पंचायत समिति सदस्यों की गोलबंदी तेज

संवाद सूत्र, पोठिया (किशनगंज ): पोठिया प्रखंड के प्रमुख व उप प्रमुख के भाग्य का फैसला 26 सितंबर यानी शनिवार को होगा। अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में बुलाए गए विशेष बैठक के सिलसिले में गोलबंदी तेज हो गई है। बैठक की तिथि नजदीक आते ही दोनों खेमा पूरी तरह सक्रिय है। जिसे लेकर प्रखंड क्षेत्र की राजनीति गरमा गई है।

29 में 16 पंचायत समिति सदस्यों के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लगाए जाने से फिलहाल प्रमुख मोहम्मद जाकिर हुसैन व उप प्रमुख शब्बेनूर बेगम की कुर्सी खतरें में दिखाई दे रही है, लेकिन दो धड़े में बंट चुके पंचायत समिति सदस्यों के बीच अंदरखाने की खींचातानी व जोड़ तोड़ का दौर शुरू हो चुका है। एक धड़ा दूसरे को तोड़ने के लिए अभी हर तरह के हथकंडे अपना रहा है।
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फिलवक्त प्रखंड के कुल 29 में से 16 पंचायत समिति सदस्य एक तरफ हैं तो 13 सदस्य दूसरी तरफ। यह संख्या घटती बढ़ती है या फिर यथावत रहती है, यह 26 सितंबर को ही पता लग पाएगा। मौजूदा हालात में सभी पंचायत समिति सदस्य एक तरह से खेमे में बंटकर भूमिगत हैं। एक खेमे की अगुवाई यानी कुर्सी बचाने के लिए जहां वर्तमान प्रमुख व उप प्रमुख दोनों मिलकर कर रहे हैं तो दूसरे खेमे की अगुवाई सत्ता बदलने के लिए पूर्व उप प्रमुख बाबुल आलम कर रहे हैं। बाबुल आलम ही इस बार विरोधी गुट की ओर से प्रमुख पद के उम्मीदवार बताए जा रहे हैं। बहरहाल पंचायत समिति सदस्यों के अलावा प्रखंड के राजनीतिक दलों के नेताओं व आमजनों की निगाहें भी इस वक्त प्रमुख व उप प्रमुख पद की ओर ही टिकी हुई है। हर कोई अपने हिसाब से वर्तमान प्रमुख व उप प्रमुख की कुर्सी बचेगी या गिरेगी, इसका विश्लेषण कर रहा है।
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