बदलते मौसम में बच्चों की सेहत का रखें विशेष ख्याल : डॉ. अभिजीत

मुंगेर । मौसम का मिजाज पल पल बदल रहा है। कभी मूसलाधार बारिश के कारण मौसम सर्द हो जाता है, तो अचानक से तेज धूप लोगों को गर्मी का एहसास कराने लगती है। मौसम के मिजाज में लगातार हो रहे बदलाव के कारण मौसमी बीमारी लोगों को अपनी चपेट में लेने लगी है। सदर अस्पताल में प्रत्येक दिन 50 से अधिक मरीज मौसमी बीमारी का शिकार होकर पहुंच रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को होती है। मौसम के मिजाज में लगातार हो रहे बदलाव के कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिजीत ने कहा कि बदलते मौसम बच्चों की सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इन दिनों करीब 15 से 20 फीसद छोटे बच्चों में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के साथ कफ व खांसी जैसी बीमारियों की शिकायत सामने आ रही है।

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बीमारी की अनदेखी पड़ सकती है भारी
बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों का इलाज समय से नहीं कराया जाए तो यह भयावह रूप भी ले सकती है। मौसमी बीमारियां होने पर समय पर बेहतर उपचार करवाना चाहिए। बच्चों के बीमार होने पर इलाज में कतई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, अन्यथा तबीयत ज्यादा बिगड़ सकती है। इसके अलावा बदलते मौसम में खानपान व पहनावे पर भी ध्यान देना जरूरी है। नवजात शिशु को मां का गाय का दूध पिलाना चाहिए। बोतल का तो कर्तइ प्रयोग ना करें। शिशु की अत्यधिक तबियत बिगड़ने पर नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं।
डॉ. अभिजीत कुमार , शिशु रोग विशेषज्ञ
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बोले सदर अस्पताल के उपाधीक्षक
सदर अस्पताल में इन दिनों मौसमी बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है। प्रत्येक दिन 50 से अधिक मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। उनके इलाज के लिए अस्पताल में पूरी व्यवस्था है। दवा की कोई कमी नहीं है। लोग बारिश के दिनों में थोड़ी साबधानी बरतें। भोजन में ताजा भोजन करें। बारिश में भींगने के फौरन भिगा हुआ कपड़ा बदल लें।
डॉ. निरंजन कुमार सिंहख् सदर अस्पताल उपाधीक्षक
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