दरभंगा। मोबाइल पर महिला सिपाही के साथ अश्लील बात करना एक दारोगा को महंगा पड़ने वाला है। वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम के आदेश पर इसकी जांच शुरू कर दी गई है। पूरे मामले की जांच आंतरिक परिवार समिति कर रही है। मुख्यालय और लाइन डीएसपी को महिला सिपाही की सुरक्षा को लेकर आदेश दिया गया है। ताकि, उसे कोई डराने की कोशिश नहीं करे और किसी दबाव में नहीं आए। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। ताकि, पूरा मामला दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। दरअसल जिस दारोगा पर महिला सिपाही ने गंभीर आरोप लगाया है, वह प्रमंडलीय स्तर पुलिस पदाधिकारी कार्यालय में तैनात है। इसे देखते हुए वरीय पदाधिकारी पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट समर्पित करने का आदेश दिया है। महिला सिपाही ने दारोगा शुभकरण ओझा पर फोन कर गंदी-गंदी बात करने, व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज करने और छेड़खानी कर अपमानित करने का आरोप लगाया है। साक्ष्य के रूप में व्हाट्सएप चेट और कई कॉल रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई है। दिए गए आवेदन में उसने कहा कि कार्यालय में खैरियत प्रतिवेदन लेकर जाने के दौरान दारोगा ने अंदरूनी भाग को छुने जैसी अपमानजनक हरकत कर रहा है। दरअसल, चुनाव को लेकर लंबित वारंट और कुर्की से संबंधित खैरियात प्रतिवेदन लेकर पीड़िता दारोगा के पास जा रही थी। जहां उसने दारोगा को अभिभावक मानकर सिपाही रागीव आलम खां के साथ लेन-देन व धमकी दिए जाने के मामले का हल कराने का अनुरोध किया। इसका दारोगा ने नाजायज लाभ उठाने की कोशिश की। विरोध करने और समझाने पर दारोगा ने निलंबन और बर्खास्त कराने की धमकी देकर अपने प्रभाव में लाने की कोशिश करते रहे। गंदे आचरण और व्यवहार को सहन करने के बाद शारीरिक संबंध बनाने का दबाव देने लगा। कहा- विरोध करने वालों को रोना पड़ता है। इधर, मामला प्रकाश में आने के साथ ही दारोगा जी लंबी छुट्टी पर चले गए है। इसको लेकर पुलिस महकमा में तरह-तरह की चर्चाएं है।
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