कटाव की जद में आने से दर्जनों घर कनकई में विलीन

संवाद सूत्र, (किशनगंज): टेढ़़ागाछ में कनकई और रेतुआ नदी का कहर जारी है। लगातार बारिश से नदियां उफान पर है। मटियारी पंचायत के मालीटोला गांव व मटियारी हाट में कटाव से दर्जनों घर नदी में विलीन हो चुका है। मटियारी से सिरनियां जाने वाली पक्की सड़क नदी के गर्भ में समा चुका है। जिनके घर अब कटाव की जद में हैं वे अब आवश्यक सामान व बच्चों को लेकर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं।

मटियारी से सिरनियां जाने वाली पक्की सड़क के ध्वस्त होने से सिरनियां, बलुआडांगी आदि गांवों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क बाधित हो चुका है। हबैबुल आलम, ताज उद्दीन आलम, जियाबुल, तमीज उद्दीन, सरबीस बेगम, अनिशुर रहमान आदि ग्रामीणों ने बताया कि अगर जल्द प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो मालीटोला व मटियारी हाट पूरी तरह कनकई नदी के गर्भ में समा जाएगा। नदी की धारा चंदर गांव स्थित मरिया धार होकर रुख बदल चुकी है।
बड़ा मुद्दा : नाव व चचरी पुल के सहारे आवागमन को मजबूर बड़ी आबादी यह भी पढ़ें
लगभग एक माह पूर्व ही 70 से अधिक परिवारों का घर कनकई नदी में कट चुका है। वे लोग विस्थापित हो चुके हैं।
प्रखंड क्षेत्र व नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से रेतुआ व कनकई नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। निचले इलाके में बसे झुनकी मुशहरा पंचायत के हाथीलदा गांव में बाढ़ व कटाव का कहर जारी है। इधर मटियारी, मालीटोला, सुन्दरबाड़ी, डुमरिया, धवेली, दर्जनटोला, आशा, डाकपोखर, बलुआडांगी, भोरहा, लेबर बस्ती, कालपीर, चिलहनिया, सुहिया, खुड़खुड़ीया, धपरटोला, देवरी, कोठी टोला आदि दर्जनों गांव प्रभावित है। आमबाड़ी से सुहिया, रहमतपुर से सुहिया, धाधर से रहमतपुर, मटियारी से सिरनियां व झाला से निसंद्रा, ठौवापाड़ा के पास सड़क ध्वस्त हो गया है। राहगीरों की मुश्किलें बढ़ गई है। लोग कमर भर पानी पार करने को विवश हैं। मवेशियों के लिए चारा नहीं मिल रहा है। प्रशासन द्वारा कुछ जगहों पर राहत सामाग्री का वितरण किया गया है लेकिन मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार