समर्थक पार्षदों के साथ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठीं मुख्य पार्षद

बेगूसराय। कार्यपालक पदाधिकारी के स्थानांतरण तथा उनके द्वारा किए गए गबन की जांच की मांग को लेकर मुख्य पार्षद का अनिश्चितकालीन धरना शुक्रवार से आरंभ हो गया। धरना को संबोधित करते हुए मुख्य पार्षद गीता देवी कुशवाहा कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी की मनमानी चरम पर है। वे अपना आवास जिला मुख्यालय में रखे हुए हैं, जहां से रोज उनका आना जाना होता है। इसके अलावा सप्ताह में एक से दो बार वे अपने घर भी जाते हैं। इसके लिए वे वाहन ईंधन के नाम पर प्रति माह 40 हजार रुपये की निकासी करते हैं। इसी प्रकार उनके द्वारा सफाई मद में सशक्त स्थाई समिति को भ्रम में रखकर निविदा की जगह अलग से प्रस्ताव पारित कर नाला की उड़ाही में नौ लाख रुपये की निकासी भी कर ली है, जो वित्तीय अनियमितता है।

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उप मुख्य पार्षद संजय सिंह उर्फ मंटुन ने कहा कि वे मुख्य पार्षद समेत अन्य पार्षदों का सम्मान नहीं करते हैं। उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हैं। उन्होंने एक अल्पसंख्यक पार्षद के साथ न सिर्फ अभद्र व्यवहार किया बल्कि उनके पति पर झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया है। इतना ही नहीं, शिक्षक नियोजन इकाई की अनुशंसा के बगैर उक्त पार्षद के पति को निलंबित कर उन्हें पद से बर्खास्त करने की अनुशंसा भी कर दी है।

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