लगातार बारिश एवं जलजमाव से बढ़ा मौसमी बीमारी का प्रकोप

पूर्णिया। कोरोना महामारी का प्रकोप अभी थमा नहीं है कि भारी बारिश व जलजमाव से अन्य मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। फ्लू और मच्छर जनित रोगों से लोग परेशान हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक वर्षापात दर्ज की गई है। इसी माह में अब तक 293 एमएम बारिश हो चुकी है। इस कारण नाला पूरी तरह से भर गया है। शायद ही कोई मुहल्ला या क्षेत्र बचा है जहां जलजमाव नहीं है। शहरी इलाके की हालत और अधिक खराब है। चिकित्सक के मुताबिक यह खतरे की घंटी है। इसी वजह से इस मौसम में फ्लू और मच्छर जनित रोग का खतरा बढ़ गया है। लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है।
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डॉ. एनके झा का कहना है कि इस मौसम में गर्म पानी और तुलसी के काढ़े का इस्तेमाल लाभदायक है। परेशानी अधिक हो तो चिकित्सक की सलाह लें। मच्छर जनित बीमारी में डेंगू, मलेरिया, कालाजार और चिकनगुनिया आदि शामिल हैं। इसके फैलने का खतरा इस मौसम में अधिक है। इसके लिए सफाई का ख्याल रखना जरूरी है। फ्लू के लक्षण कोविड-19 महामारी से भी मिलते-जुलते हैं। इसलिए इस तरह के संक्रमण से लोग डरे हुए हैं। इससे डरने की नहीं सावधानी बरतने की है। डॉ. एनके झा बताते हैं कि सामान्य फ्लू के लक्षण में जुकाम, बुखार, खांसी सिरदर्द, आंख का लाल होना, खुजली आदि शामिल है। ऐसा लक्षण होने पर चिकित्सक से संपर्क कर दवा का इस्तेमाल करना चाहिए।
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