मतदान कार्य में महिला सशक्तीकरण की दिखेगी झलक

मोतिहारी। महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति का अहसास करा रही हैं। चुनाव जैसे जटिल कार्य में भी अब वह पीछे नहीं हैं। कोरोना काल में हो रहे इस विधानसभा चुनाव में महिला सशक्तीकरण की झलक देखने को मिलेगी। पीठासीन पदाधिकारी से लेकर मतदान पदाधिकारी के रूप में वह इस बार भूमिका निभाने जा रही हैं। हालांकि प्रयोग के तौर पर पिछले लोकसभा चुनाव में इनसे कार्य कराया गया था। इस बार हो रहे चुनाव में आयोग के निर्देश पर जिम्मेदारी वाले पदों पर उनकी प्रतिनियुक्ति की जा रही है। पीठासीन पदाधिकारी से लेकर मतदान पदाधिकारी तक वे अपने जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगी। महिला शिक्षकों के अलावा संविदा पर काम करने वाली महिलाओं को भी मतदान कार्य में लगाया जाएगा। इसके अलावा आंगनबाड़ी सेविकाओं व आशा व ममता को भी जिम्मेदारी दी जाएगी।


बताया गया कि मतदान कार्य में 8500 महिलाकर्मियों को पत्र जारी किया गया है। उन्हें प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण देने का कार्य पूरा कर लिया गया है। जिला स्तर पर भी उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। तकनीकी स्तर पर भी उन्हें दक्ष किया जा रहा है ताकि मतदान के समय उन्हें परेशानी नहीं हो। इस बार महिलाओं की हर बूथ पर प्रतिनियुक्ति की जाएगी। उनकी सुविधाओं को प्राथमिकता भी दी जाएगी, ताकि मतदान केंद्रों पर उन्हें परेशानी नहीं हो सके। बीमार होने पर मेडिकल टीम करेगी जांच
बूथों की संख्या अधिक होने के कारण मतदानकर्मियों की संख्या भी इस बार बढ़ गई है। बताया गया कि कुल 30,150 मतदानकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हालांकि गंभीर रूप से बीमार होने की स्थिति में उन्हें मतदान कार्य से मुक्त भी किया जा सकता है। इसके लिए आवेदकों के आवेदन के आलोक में मेडिकल टीम का गठन कर उनकी जांच कराई जाएगी। जांच में अगर वे कार्य करने की स्थिति में नहीं होंगे तो उन्हें चुनाव कार्य से मुक्त किया जाएगा।
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