अरवल वासियों में जगी डिग्री कॉलेज की आस

अरवल। जिला मुख्यालय में एक भी सरकारी डिग्री कालेज नहीं होने के कारण निर्धन छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित होना पड़ रहा है। अरवल को जिले का दर्जा मिले 17 वर्ष गुजर गए। लेकिन आश्चर्य की बात है कि अभी जिला मुख्यालय में डिग्री कॉलेज तक नहीं है। सरकार भले ही शिक्षा के मद में अरबों रुपये खर्च कर रही है लेकिन यहां उच्च शिक्षा की हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। हालांकि चुनाव की अधिसूचना जारी होने के कुछ दिन पहले डिग्री कॉलेज का शिलान्यास किया गया है। जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण डिग्री कॉलेज करपी प्रखंड के बेलखड़ा में अब खोले जाने की कवायद प्रारंभ हुई है। इसे लेकर यहां शिलान्यास की रस्म अदायगी भी गई। इस कारण अरवलवासियों में डिग्री कॉलेज की आस एकबार फिर जग गई है।

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बताते चले कि कलेर में शिवदेनी शाव महाविद्यालय तथा कुर्था प्रखंड के एसबीएएन कॉलेज, दरहेटा लारी के अलावा जिला मुख्यालय में डिग्री कॉलेज नहीं रहने के कारण छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए गया, पटना, जहानाबाद सहित अन्य शहरों में जाना पड़ता है। अभिभावक वेंकटेश शर्मा ने बताया कि अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रत्येक माह आवास तथा भोजन उपलब्ध कराने में तकरीबन तीन हजार रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। उनका कहना है कि यहां डिग्री कालेज खुल जाने से अभिभावकों को काफी राहत मिलेगी । बताते चलें कि सेवा यात्रा के दौरान पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिला मुख्यालय में डिग्री कॉलेज खोले जाने का आश्वासन दिया था। उनके आश्वासन जिला मुख्यालय में जमीन की तलाश भी हुई लेकिन नहीं मिलने के कारण बेलखड़ा में कालेज खोलने की दिशा में कार्य आरंभ हुआ है।
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