ढोल बजे ढिन-ढिन, वोट देना गिन-गिन ने निर्दलीय को भेजा विधानसभा

लखीसराय । चुनाव के दौरान छोटी-छोटी बातें भी चुनाव परिणाम को प्रभावित कर देता है। इसका प्रमाण वर्ष 1995 में विधानसभा चुनाव के दौरान सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने प्रत्यक्ष तौर पर देखा है। जनता दल के लालू प्रसाद द्वारा सूर्यगढ़ा प्रखंड कार्यालय में चुनावी सभा के दौरान कहे गए ढोल बजे ढिम-ढिम, वोट देना गिन-गिन ने पहली बार भाग्य आजमा रहे निर्दलीय प्रत्याशी प्रह्लाद यादव को जीत का सेहरा पहनाकर विधानसभा पहुंचा दिया था। उस समय गठबंधन से भाकपा के प्रमोद शर्मा जीतते-जीतते मात्र लालू प्रसाद के उक्त नारे से ही चुनाव हार गए थे। इस बार सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र से जदयू से रामानंद मंडल को टिकट मिलने के बाद वंचित कई स्थानीय नेता एवं जदयू का एक खेमा इस बार भी दल के किसी बड़े नेता से इसी तरह के चमत्कार का उम्मीद पाले हुए हैं। एक दर्जन से अधिक विधानसभा चुनाव देख चुके भाकपा के जनार्दन सिंह ने वर्ष 1995 के विधानसभा चुनाव के दौरान सूर्यगढ़ा प्रखंड कार्यालय के मैदान में लालू प्रसाद के चमत्कारी चुनावी सभा को याद करते हुए बताया कि प्रह्लाद यादव जनता दल से टिकट पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए थे। परंतु भाकपा का जनता दल के साथ गठबंधन रहने के कारण सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रमोद शर्मा उम्मीदवार हुए। जबकि प्रह्लाद यादव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नगाड़ा छाप से चुनाव मैदान में कूद गए। गठबंधन धर्म का पालन करते हुए लालू प्रसाद सूर्यगढ़ा प्रखंड कार्यालय मैदान में चुनावी सभा को भी संबोधित किए। लालू प्रसाद को सुनने के लिए काफी संख्या में लोग जमा हुए। लालू प्रसाद ने अपनी बातों से लोगों का भरपूर मनोरंजन करते हुए अपने पूरे भाषण के दौरान प्रमोद शर्मा की जीत सुनिश्चित करने की जनता से अपील की। भाषण के अंत में लालू प्रसाद के यह कहते ही कि ढोल बजे ढिन-ढिन, वोट देना गिन-गिन लोगों ने समझ लिया कि लालू प्रसाद ने इशारा में ही नगाड़ा छाप पर वोट देने कहा है। इसके बाद लालू प्रसाद के समर्थक वोटरों ने नगाड़ा छाप पर मुहर लगाकर निर्दलीय उम्मीदवार प्रह्लद यादव को विधानसभा भेज दिया। इस चुनाव में जनता दल समर्थित भाकपा उम्मीदवार प्रमोद शर्मा चौथे स्थान पर चले गए। इसके बाद प्रह्लाद यादव जनता दल में चले गए। अब राजद के मजबूत किला के रूप में सूर्यगढ़ा विधानसभा एवं लखीसराय जिला में खुद को स्थापित किए हुए हैं। इस बार भी वे पदेन विधायक राजद के प्रत्याशी हैं और उनका मुकाबला जदयू के जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल से होना है।

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