अभी मास्क ही कोरोना की वैक्सीन, लगातार करें प्रयोग

संवाद सहयोगी,भभुआ: अभी कोरोना की वैक्सीन पर सरकार की ओर से काम किया जा रहा है। मास्क लगाना ही कोरोना के लिए कारगर है। यही एक उपाय है, जिससे कोरोना से बचा जा सकता है। हालांकि, लोग अब भी मास्क लगाने को लेकर लापरवाह हैं। बिना मास्क के ही बाहर घरों से बाहर निकल रहे हैं। सरकार ने अनलॉक में कई तरह की छूट दी है, लेकिन इसका मतलब मास्क लगाने में कोताही बरतना नहीं है। कोरोना अभी गया नहीं है।

कोरोना तथा प्रदूषण दोनों के लिए कारगर है मास्क -
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए फिलहाल मास्क ही कारीगर है। वायु प्रदूषण के लिए भी मास्क वरदान है। श्वास के रोगियों के लिए मास्क अब और भी कारगर साबित होने वाला है । दरअसल शरद ऋतु का आगमन हो रहा है। ऐसे में वायुमंडल में ओस पड़ने के कारण धूल तथा धुंआ के कण वायुमंडल में ऊपर नहीं जा पाते। जमीन के 20-50 फीट की ऊंचाई तक उड़ते रहते हैं, जो शरद ऋतु में व्यक्ति के सांस लेने के साथ अंदर चले जाते हैं। इससे श्वास लेने में भी कई बार परेशानी होती है। कई रोग जैसे कि टीवी, एर्लजी, श्वास लेने में दिक्कत सहित अन्य परेशानियां भी हो सकती हैं। वायु में प्रदूषण भी बढ़ जाता है। उसी दौरान किसान खेतों में पराली भी जला देते हैं। इससे भी वायु प्रदूषण बढ़ता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए मास्क काफी कारगर साबित होने वाला है । - मास्क भी अब चुनावी रंग में -
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विभिन्न पार्टियों के मास्क अब बाजार में उपलब्ध हो गए है। किसी मास्क पर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तो किसी के मास्क पर उसके पार्टी का नाम तथा सिबल छपा है । ऐसे में अब कोरोना तथा वायू प्रदूषण को रोकने वाला मास्क अब चुनावी रंग में आ गया है । अब मास्क से भी राजनीतिक शुरू हो गई है। वहीं दुकानदार भी डिमांड के अनुसार मास्क , तथा रंग के मांग के अनुसार गमछा मंगवा रहे है । चुनावी दौर में रंग का भी अपने आप में एक महत्व दिखने लगा है।
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