कांग्रेस के गढ़ में समाजवादी धड़े का वर्चस्व

मुंगेर। तारापुर शहीदों की धरती रही है। स्वतंत्रता संग्राम में यहां के लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अह्वान पर तन मन धन सब कुछ राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। तारापुर थाना पर झंडा फहराने के क्रम में अनेकों लोगों ने शहादत दी। अगस्त क्रांति के दौरान कुछ दिनों के लिए तारापुर में समानांतर सरकार का गठन भी हुआ। आजादी के साथ ही तारापुर विधानसभा क्षेत्र अस्तित्व में आया। शुरू में तारापुर कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा। बाद में समाजवादी धड़े के राजनीतिक दलों ने अपना वर्चस्व कायम किया।

तारापुर क्षेत्र का सबसे अधिक समय तक प्रतिनिधित्व करने का अवसर शकुनी चौधरी को मिला। 1980 में पहला चुनाव हारने के बाद बतौर निर्दलीय उम्मीदवार शकुनी चौधरी ने 1985 में जीत हासिल की । इसके बाद का चुनाव उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा। पुन: समता पार्टी, राजद तथा हम पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े। बीते दो विधानसभा चुनाव में लगातार जदयू ने जीत दर्ज की। बीते चुनाव में मतदाताओं ने प्रमुख दो उम्मीदवारों के पक्ष में बड़ी संख्या में मतदान किया, अन्य उम्मीदवारों की हैसियत नोटा के कुल वोटों से भी कम रही।

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अब तक हुए विधायक
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वर्ष विधायक
2015 - डॉ मेवालाल चौधरी, जदयू
2010 - नीता चौधरी, जदयू
2005 - शकुनी चौधरी, राजद
2000 -शकुनी चौधरी, राजद
1998 - उपचुनाव - पार्वती देवी, समता पार्टी
1995 श्री शकुनी चौधरी समता पार्टी
1990 - शकुनी चौधरी, कांग्रेस
1985 - शकुनी चौधरी, निर्दलीय
1980 - नारायण यादव, भाकपा
1977 - कौसल्या देवी, जनता पार्टी
1972 - तारिणी प्रसाद सिंह, कांग्रेस
1969 - तारिणी प्रसाद सिह, शोषित दल
1967 - विजय नारायण प्रशांत, सोशलिस्ट पार्टी
1962 - जयमंगल सिंह शास्त्री, कांग्रेस
1957 - वासुकीनाथ राय, कांग्रेस
1952 - वासुकीनाथ राय, कांग्रेस
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