आज कांग्रेस, भाजपा व लोजपा करेगी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा

बिहारशरीफ। जदयू ने छह विधानसभा क्षेत्र और राजद ने चार विधानसभा क्षेत्र से अपने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। भाजपा ने बिहारशरीफ व कांग्रेस ने राजगीर, हरनौत व नालंदा से प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। लोजपा भी प्रत्याशी चयन पर माथापच्ची कर रही है। रविवार का दिन महत्वपूर्ण होने वाला है। सम्भावना है कि कांग्रेस, भाजपा व लोजपा तीनों दल अपने प्रत्याशी घोषित कर देंगे। फिलहाल, तीनों दलों में प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन चल रहा है। इधर, लोजपा ने जदयू के प्रत्याशियों वाली छह सीटों से प्रत्याशी देने का मन बना लिया है। उसे अब कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार है। सबसे अंत में सामाजिक समीकरण के आधार पर लोजपा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करेगी।

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हरनौत से कुम्हरार की कहानी है बड़ी निराली : अलग-अलग पार्टी नेतृत्व के मौखिक भरोसे पर कई ऐसे नेता थे, जिन्होंने दो-तीन माह पहले ही खुद को अघोषित प्रत्याशी मान लिया था और क्षेत्र विशेष में लगातार जनसम्पर्क में जुटे थे। इनमें से कुछ को भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए अपनी पार्टी से भरोसा मिला तो कुछ पर उनकी पार्टी ने भरोसा तो किया लेकिन उन्हें अपने मनमाफिक जगह नहीं मिल पायी है।
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मुश्किल बढ़ा सकती है बागियों की निर्दलीय उम्मीदवारी : नालंदा में जदयू व राजद खेमा असंतुष्टों व बागियों से जूझ रहा है। टिकट वितरण से खफा राजद खेमे के असंतुष्ट धड़े को रविवार तक सिबल बदल दिए जाने की आस है। असंतुष्ट नेताओं व कार्यकर्ताओं का तर्क है कि बिहारशरीफ, अस्थावां व इस्लामपुर से समर्पित कार्यकर्ता बड़ी संख्या में हैं, फिर भी नेतृत्व ने यह तीनों सीट दूसरी पार्टी से आयातित नेताओं को दे दी। इधर, जदयू ने राजगीर के सीटिग विधायक को टिकट नहीं दिया। अस्थावां व हरनौत में पुराने प्रत्याशी को रीपिट करने से जदयू खेमे में असंतोष है। ऐसे में कई विधानसभा क्षेत्र से जदयू व राजद के बागी प्रत्याशी मैदान में उतर सकते हैं। इधर, हरनौत विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने से नाराज जदयू नेता ने स्वतंत्र प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने का एलान कर दिया है। कई असंतुष्ट लोजपा या अन्य दलों से जुगाड़ भिड़ा रहे हैं। दूसरी ओर बागियों को मनाने-समझाने की कोशिशें भी जारी है। जानकारों का मानना है कि जदयू व राजद नेतृत्व का इशारा होने पर बागियों के तेवर ठंडे पड़ जाएंगे।
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