प्रवासी मजदूर स्वरोजगार के साथ लोगों को देने लगे रोजगार

सहरसा। बिहार औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत मिले ऋण राशि से खरका तेलवा पंचायत अंतर्गत वार्ड 13 के मु. खुर्शीद ना केवल आत्मनिर्भर हुए बल्कि स्वरोजगार की राह पर आगे बढ़ते हुए गांव के लोगों को भी रोजगार देने लगे हैं। पिता मोहम्मद हारून के साथ दिल्ली के आजाद नगर में ड्राइवरी का काम करते थे। पिता बर्षों से दिल्ली में ट्रैक्टर ट्रॉली की गड़बड़ी को ठीक करने का काम करते हुए अपने परिवार का भरण पोषण करते थे । कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन की घोषणा के बाद पूरा परिवार दिल्ली छोड़कर गांव आ गया । खुर्शीद ने बताया कि दिल्ली से गांव आने में उसे 10 दिन का समय लग गया । नवहट्टा आइसोलेशन सेंटर में रहने के दौरान बिहार के मुखिया नीतीश कुमार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बात हुई । गांव में रहने एवं यही रोजगार शुरू करने की सलाह दी । नीतीश जी ने पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया । कुछ दिनों के बाद बिहार औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत बैंक से लगभग 9 लाख की ऋण स्वीकृत की गई । प्रथम किस्त के रूप में साढ़े 5 लाख मिलते ही गांव में मशीन लगाया और पेपर प्लेट बनाना शुरू कर दिया । इसकी मार्केटिग के लिए गांव के कई युवकों को भी जोड़ने की भी बात कही । मुखिया हीरेंद्र गुप्ता, अरुण कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह समेत कई लोगों की उपस्थिति में उद्योग शुरू किया गया । प्रमुख शमीम अख्तर पप्पू ने कहा कि उद्योग से रोजगार की संभावनाएं दिख रही है ।


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