राजग व महागठबंधन के प्रत्याशियों के नामांकन से चुनावी माहौल गर्म

बिहारशरीफ। दूसरे चरण में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहारशरीफ सीट के लिए बुधवार का दिन खास रहा। सूबे के दोनों प्रमुख गठबंधन राजग व महागठबंधन के उम्मीदवारों ने एक ही दिन बिहारशरीफ एसडीओ कार्यालय में पहुंचकर नामांकन किया। पहले भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुनील पहुंचे। इनके करीब एक घंटे बाद राजद प्रत्याशी सुनील कुमार ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया। इन दोनों प्रत्याशियों के नामांकन के बाद क्षेत्र में चुनावी रंग जम जाएगा। इसका आभास पहले ही दिन दोनों प्रत्याशियों के बयान से हो गया। बहरहाल, मतदान तीन नवंबर को होना है। इसमें बीस दिन शेष हैं। रोज नए दावे-प्रतिदावे सामने आएंगे।

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भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुनील ने कहा- मुझे हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन
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नामांकन के बाद भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुनील ने महानायक अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन के एक डायलॉग 'डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन' की तर्ज पर कहा कि 'मुझे हराना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।' वे इतने पर ही नहीं रूके। दावा कर डाला कि चुनाव में राजद की जमानत तक जब्त करा देंगे। दावा किया कि जितना विकास उन्होंने किया, शायद ही सूबे में किसी विधायक ने किया होगा। शहर की जनता मुझे बेटा मानती है। चुनाव में विरोधियों को पता चल जाएगा।
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राजद प्रत्याशी सुनील कुमार ने कहा-मैं डायलॉग नहीं देता, फैसला जनता करेगी
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महागठबंधन से राजद प्रत्याशी सुनील कुमार भले ही चुनावी राजनीति में नए हैं लेकिन नामांकन के बाद बेहद सधा हुआ बयान दिया। सुनील कुमार ने कहा कि मुझे डायलॉग देना नहीं आता। डॉ. सुनील क्या कहते है, उसका जवाब देना महत्वपूर्ण नहीं समझता। यह राजतंत्र नहीं, लोकतंत्र है। फैसला जनता करेगी। बस इतना जानता हूं कि जनता मेरे साथ है, मेरी जीत पक्की होगी। मैं जनता के बीच रहने वाला व्यक्ति हूं। डॉ. सुनील पर सवाल दागा कि अगर उन्होंने विकास किया है तो युवा बेरोजगार क्यों है। गरीबी चरम पर क्यों है।
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कोरोना गाइडलाइंस भूली दिखी भीड़
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चुनाव आयोग की तमाम गाइडलाइंस के बावजूद नामांकन के दौरान लोगों में कोरोना का डर देखने को नहीं मिला। भीड़ में अधिकांश लोग बिना मास्क के ही अनुमंडल कार्यालय के आसपास जमे रहे। शारीरिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखा गया था। नामांकन का पर्चा भरने के बाद जैसे ही प्रत्याशी बाहर निकले, समर्थकों ने उन्हें फूल माला से लाद दिया। एक तरफ मोदी-नीतीश जिदाबाद तो दूसरी तरफ लालू-तेजस्वी जिदाबाद के नारे लगते रहे।
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सख्त दिखी सुरक्षा व्यवस्था
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नामांकन प्रक्रिया के दौरान प्रशासन की सख्त सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। अनुमंडल कार्यालय के अंदर व बाहर सुरक्षाकर्मी मुस्तैद दिखे। हालांकि आचार संहिता के उल्लंघन का डर भी प्रत्याशियों में देखने को मिला। प्रत्याशी मास्क पहने मात्र दो लोगों के साथ नामांकन करने पहुंचे।
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भैंसासुर से कागजी मोहल्ला मोड़ बना पार्किंग स्थल
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इस बार अनुमंडल कार्यालय परिसर में सभी वाहनों के प्रवेश पर रोक दिखी। कागजी मोहल्ला मोड़ व सोगरा स्कूल के समीप बैरिकेडिंग लगा दी गई है। हर आने-जाने वालों पर प्रशासन की निगाह है। यही कारण था कि प्रत्याशियों के समर्थकों की गाड़ी भैंसासुर मोड़ से लेकर कागजी मोहल्ला मोड़ तक लगी दिखी। हर कोई वहां से पैदल जाते ही दिखे।
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