दुर्गा पूजा शुरू होते ही बढ़ी दुकानों में चहल पहल

अररिया। नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र में शनिवार को कलश स्थापना एवं दुर्गा माता के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना के साथ हीं शारदीय नवरात्र आरंभ हो गया । नरपतगंज, फुलकाहा, घूरना थाना एवं बसमतिया ओपी क्षेत्र में दो दर्जन पूजा पंडालों में मां दुर्गा की पूजा हो रही है। मूर्ति कारीगर माता के प्रतिमा को अंतिम रूप देने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। इसके साथ हीं बाजारों की रौनक भी बढ़ गई है लाल साड़ी, चुनरी एवं वस्त्रों तथा आभूषणों की दुकानों में काफी चहल-पहल देखी जा रही है। हिदू धार्मिक मान्यताओं में दुर्गा देवी देवियों में सर्वोपरि माना गया है अन्य पूजा से इस पूजा का सर्वाधिक महत्व है। पुजारी या व्रत धारी नौ दिनों तक सप्तशती पाठ एवं पूजन विधि द्वारा निष्ठा के साथ व्रत करते हैं और नौ दिनों तक उपवास एवं फलाहार करने के बाद अंतिम दिन नौ छोटी बच्ची कन्याओं को भोजन एवं दक्षिणा देकर व्रत तोड़ते हैं । माता शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय के यहां पुत्री रूप में जन्म ली थी बड़ी होकर भगवान शंकर से उनका विवाह संपन्न हुआ था। दक्ष प्रजापति की पुत्री सती ने यज्ञ में अपनी आहुति दी थी उनका पुनर्जन्म शैलपुत्री के रूप में हुआ था। यही कारण है कि शारदीय नवरात्र में शैलपुत्री माता की प्रथम पूजा होती है।

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