Puja path: अगर गलती से हो जाएं आपका व्रत खंडित, तो करें ये उपाय

नवरात्रि पर्व को हिंदू धर्म में विशेष मान्यता दी जाती हैं शारदीय नवरात्रि इस बार 17 अक्टूबर से शुरू हुई हैं जो 25 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी। अभी नवरात्रि का समय चल रहा हैं मां दुर्गा की पूजा के इस महापर्व में नौ दिनों तक व्रत उपवास रखा जाता हैं

धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक देवी देवताओं का आशीर्वाद पाने के लिए, उन्हें प्रसन्न करने के लिए व्रत रखा जाता हैं मगर कई बार व्रत भूलवश भंग या टूट जाता हैं और व्रत दोष उत्पन्न होने लगता हैं। ऐसे में धर्म संकट से बचने के लिए भी हिंदू धर्म शास्त्रों में कुछ नियमों और उपायों के बारे में बताया गया हैं। तो आज हम आपको व्रत खंडित होने पर क्या करना चाहिए इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
अगर आपका व्रत भूलवश खंडित हो गया हैं तो आपने जिस देवी देवता के लिए व्रत किया हैं उनकी पूजा करते हुए क्षमा जरूर मांग लेनी चाहिए। उन देवी देवताओं के नाम का घर में हवन जरूर करवाना चाहिए और व्रत भंग की क्षमा मांगनी चाहिए। हवन के बाद प्रार्थना करते समय कहें कि जो हमारे द्वारा व्रत भंग हुआ था उसका दोष दूर करें और व्रत पूर्ण करें।
वही व्रत दोष के लिए उस ही देवी और देवता की मूर्ति बना कर उसको सबसे पहले दूध, दही, शहद और शक्कर को मिलाकर पंचामृत से स्नान कराना चाहिए। बनाई गई मूर्ति पर गंध, अक्षत, पुष्प और सोलह तरह की पूजन सामग्रियों से पूजा करनी चाहिए। जिस देवी देवता का व्रत टूटता है उस देवी देवता के विशेष मंत्रों को पढ़ने के साथ उनकी पूजा करना अच्छा माना जाता हैं।
वही व्रत टूट जाने के बाद किसी जानकार पंडित से पूछकर दान पुण्य भी करना अच्छा माना जाता हैं इसकी मदद से संबंध्तिा देवी देवता को मनाने में सहायता प्राप्त होती हैं

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