बक्सर : बात 1999 के लोकसभा चुनाव की है। तब एक गंभीर मुद्दे पर अटल बिहारी वाजपेयी ने बक्सर की चुनावी सभा में घोषणा कर दी और फिर सरकार बनते ही उन्होंने बक्सर को 7 करोड़ का तोहफा दे दिया। वाजपेयी जैसे सुलझे और ईमानदार नेता के इस प्रयास को आज भी दियारावासी भूले नहीं हैं। वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव में बक्सर जिले के दियारा क्षेत्रों में हो रहे कटाव से परेशान लोगों ने चुनाव बहिष्कार की योजना बनाई थी।
इससे पूर्व 1995 के विधानसभा चुनाव में भी कई गांव के लोगों ने वोट बहिष्कार किया था। इसके बाद 99 के चुनाव में बहिष्कार का पूरा माहौल बन गया था। तब तत्कालीन भाजपा सांसद लालमुनी चौबे के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई थी। पिछले दो चुनावों की तरह 1999 के लोकसभा चुनाव में भी अटल बिहारी वाजपेयी बक्सर हवाई अड्डा मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करने आए थे। उन्हें भनक लग गई थी इस बार लोग कटाव की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार का मूड बनाए हैं। सांसद श्री चौबे ने वाजपेयी जी को इससे अवगत करा दिया था। इससे पूर्व राज्यसभा के सदस्य नागेंद्र नाथ ओझा कटाव की समस्या को राज्यसभा में उठा चुके थे। ऐसी स्थिति में अटल बिहारी बाजपेयी को माजरा समझते देर नहीं लगी। अपने ओजस्वी शैली से मतदाताओं को प्रभावित करने की कला में माहिर वाजपेयी ने अपने भाषण की शुरुआत कटाव की समस्या से ही की और चुनावी सभा में उपस्थित लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार बनते ही कटाव की समस्या का हल कर दिया जाएगा। वाजपेयी के इस वायदे पर जनता ने भरोसा किया और तीसरी बार लालमुनी चौबे चुनाव जीतने में सफल हुए। केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी और उन्होंने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री डॉ.सीपी ठाकुर को बक्सर भेजा। उन्होंने कटावग्रस्त क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर से दौरा किया और बक्सर में बकायदा प्रेस कान्फ्रेंस कर बक्सर को 7 करोड़ रूपया सहित पूरे बिहार को कटाव निरोधी कार्य करने के लिए 49 करोड़ रुपये स्वीकृत करने की जानकारी दी। इसके बाद अर्जुनपुर तथा उमरपुर में 7 करोड़ रुपये की योजना पर कटाव निरोधी कार्य कराए गए।
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