बुजुर्गो कोविड-19 का खतरा दोगुना, भावनात्मक मजबूती से रहेंगे सुरक्षित

बिहारशरीफ। लॉकडाउन खत्म होने के बाद आम लोगों की जीवनशैली लगभग सामान्य होती जा रही है। लेकिन हमारे परिवार के बुजुर्गो (60 से ऊपर) का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अभी भी चिता का विषय बना हुआ है। उम्र के इस पड़ाव में आकर शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने से इनमें कोरोना संक्रमण की संभावनाएं पहले की तरह ही बनी हुई हैं। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के शोध में भी इसकी पुष्टि की गयी है कि बुजुर्गों में कोविड-19 के संक्रमण का खतरा आम लोगों की तुलना में दोगुना अधिक होता है। इसलिए अभी भी उनके शारीरिक तथा मानसिक असुविधाओं के प्रति सतर्क रहकर ससमय चिकित्सा या भावनात्मक सहारा देना आवश्यक है।

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मानसिक तनाव से बचाने को करें जागरूक और दें अपनापन
डॉ. श्यामनारायण बताते हैं कि लोगों में आज भी कोरोना संबंधित जानकारी का अभाव है। अभी तक इसकी दवा की खोज नहीं होने के कारण इससे डरना और बचना लाजिमी है। इससे बढ़ने वाले हाइपरटेंशन और मानसिक तनाव बुजुर्गो के स्वास्थ्य को ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए उन्हें अफवाहों और अधूरे तथ्यों से बचाएं। संभव हो सके तो कोरोना से संबंधित विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार जैसे विश्वसनीय स्त्रोतों से रोग संबंधित जानकारी लें तथा अपने बुजुर्गों से भी साझा करें। इससे उनका डर दूर होगा और वह रोग से बचाव के तरीके के प्रति जागरूक हो सकेंगे। संक्रमण के डर से बुजुर्गों की सुबह की सैर, शाम को छोटे बच्चों को लेकर टहलने या छोटे-छोटे काम के लिए घर से बाहर निकलना, दोस्तों से मिलना काफी कम हो गया है। इस तरह का भावनात्मक माहौल प्रदान करें ताकि उनको घर से बाहर निकलने की जरूरत ही न महसूस हो और एकाकीपन भी ना सताए।

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बुजुर्गो के रोगों के समुचित इलाज व देखभाल जरूरी
चिकित्सक बताते हैं कि वृद्धावस्था में शरीर कई रोगों का घर होता है। शोध बताते हैं कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा उन्हीं को ज्यादा होता है, जो पहले से ही अस्थमा, डायबिटीज, हृदय रोग, किडनी कैंसर, मधुमेह, फेफड़े एवं गुर्दे के रोग से जूझ रहे हैं। इसलिए इन रोगों का समुचित इलाज और देखभाल संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए जरूरी है। बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं जाकर घर में ही हल्का-फुल्का योग व्यायाम, व्यक्तिगत साफ-सफाई और हाथों की धुलाई पर ध्यान देने, संतुलित और पौष्टिक भोजन तथा भरपूर नींद लेने को कहें। आवश्यक कारणवश या मतदान के लिए निकलने पर मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग के लिए सतर्क और शारीरिक दूरी पालन करने की जरूरत के लिए सचेत करें।
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