पहली बार स्नातक में नामांकन 67 हजार के पार

आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए मौजूदा सत्र 2020-23 में 67 हजार नामांकन हो चुका है। यह पिछले कई सालों की अपेक्षा अधिक नामांकन हुआ है। विगत सत्र में 62.5 हजार नामांकन हुए थे। हालांकि नौवीं मेधा सूची से नामांकन की प्रकिया जारी है। इस बार अधिक संख्या में नामांकन होने से उत्साहित छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो केके सिंह ने इसका श्रेय नामांकन की नई रणनीति को देते हैं, जो समय समय पर छात्रों की सुविधा के अनुसार बदल गया। विवि में प्रत्येक साल करीब 12 हजार सीटें बिना नामांकन के रिक्त रह जाती थीं। इस बार इसे विवि भरने में काफी हद तक कामयाब रहा है। छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो सिंह को आशा जताई है कि इस बार नामांकन 70 हजार से पार जाएगा। पहली बार विवि अपनी सभी सीटों पर नामांकन लेने में कामयाबी हासिल किया है। हालांकि फिरभी करीब 60 हजार विद्यार्थियों को नामांकन कॉलेज नहीं मिलने के कारण नहीं हो पाएगा। बता दें कि लॉकडाउन के बावजूद स्नातक नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। इस बार 1.35 लाख ऑनलाइन आवेदन आये थे। विगत साल की अपेक्षा सत्र 2020-23 में करीब 30 हजार अधिक आवेदन आये थे। विगत सत्र 2019-22 में स्नातक में 1.2 लाख आवेदन आए थे। विगत वर्ष में स्नातक में करीब 60 हजार नामांकन हुआ था। पहली बार विवि अपने लक्ष्य के अनुरूप नामांकन ले पाया है।


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10 हजार स्वीकृत सीटें रह जाती थी रिक्त
एक तरफ वीर कुंवर सिंह विवि में नामांकन के इच्छुक करीब 60 हजार छात्र-छात्राओं को नामांकन के लिए कॉलेज नहीं मिलता है। वहीं दूसरी ओर विवि के विभिन्न संकायों में करीब 10 हजार से अधिक सीटें नामांकन के अभाव में रिक्त रह जाती थी। क्योंकि उन सीटों पर छात्र-छात्राएं नामांकन लेना नहीं चाहते हैं। इस तरह के करीब पांच सीटें कला संकाय के पास कोर्स में थी। इस बार इन सभी सीटों पर नामांकन लेने में विवि प्रशासन सफलता हासिल किया है। पहली बार विवि प्रशासन संस्कृत, हिदी, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, मानव विज्ञान आदि में अधिक नामांकन लिया गया।
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