पशु शेड दिलाने के नाम पर हो रही पशुपालकों से वसूली

सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के झिल्ला-डुमरी पंचायत में पशुपालकों को पशु शेड देने के नाम पर अवैध वसूली किए जाने का मामला सामने आ रहा है। जानकारी अनुसार स्थानीय कुछ जनप्रतिनिधि द्वारा पशु शेड दिलाने के नाम पर लोगों को झांसा देकर 15 से 20 हजार रुपये तक वसूलने का खेल बीते एक माह से चल रहा है। इस संबंध में जानकारी देते लोगों ने बताया कि संबंधित जनप्रतिनिधि द्वारा यह कहा गया कि मनरेगा के पदाधिकारी तथा कर्मी की सहमति से राशि दी जा रही, ताकि पशु शेड देने में कोई व्यवधान खड़ा ना हो। लोगों ने बताया कि जो जो लोग राशि जमा कर सके उसमें से अधिकांश का नाम सूची में डाला गया। जो राशि देने में असमर्थ रहे उसका नाम सूची से हटा दिया गया है। लोगों ने कहा कि अब तक में 300 से अधिक लोगों से पशु शेड के नाम पर राशि ली गई लेकिन एक को भी पशु शेड नहीं दिया गया है। पंचायत क्षेत्र के कई लोगों ने कहा कि इतनी बड़ी धांधली की तरफ प्रखंड स्तर के पदाधिकारी को तत्काल ध्यान देना चाहिए ताकि यदि पशु शेड नहीं मिल सका तो कम से कम लोग ठगी के भी शिकार ना हो। कई लोगों ने मनरेगा के अधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी से इस धांधली की जांच करने का अनुरोध किया है।

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मनरेगा के पीओ रेजा इकबाल से पूछने पर कहा कि उन्हें भी इस बात की जानकारी मिली है कि झिल्ला-डुमरी पंचायत में पशु शेड दिलाने के नाम पर अवैध राशि की उगाही हुई है। उन्होंने कहा कि पशु शेड के लाभुकों उसे कोई रुपए नहीं लिए जा रहे। पहले भी लाभुकों से कह दिया गया था कि बिचौलिए को राशि ना दें। जो लोग इच्छुक हैं वह पशु शेड का आवेदन सीधे कार्यालय में भी दे सकते हैं। पीओ ने कहा कि इसकी गंभीरता से जांच होगी। जिन-जिन लोगों से बिचौलिया राशि वसूल किए होंगे उन लोगों को पशु शेड आवंटित नहीं किया जाएगा। पीओ ने कहा कि पशु शेड वैसे लोगों के लिए है जो सही में पशुपालन करते हैं। दूसरे का पशु दिखाकर पशु शेड की राशि लेने का कोशिश संबंधित लोगों तथा बिचौलियों का सफल नहीं होगा। कहा कि चुनाव के तुरंत बाद एक टीम बनाकर इस तरह की धांधली की जांच होगी।
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