कोरोना के लिए अभी मास्क व शारीरिक दूरी ही वैक्सीन

कैमूर। अभी कोरोना की वैक्सीन पर सरकार की ओर से काम किया जा रहा है। लेकिन अभी कोरोना की वैक्सीन के तौर पर मास्क ही कारगर है। जो कोरोना से लोगों को बचा सकती है। लेकिन लोग अब लापरवाह होते जा रहे है। बिना मास्क के ही बाहर निकल रहे है । सरकार ने अनलॉक में छूट दी, तो लोग भी अनलॉक होते हुए मास्क लगाना ही बंद कर दिए। जबकि अभी बाजार तथा अन्य जगहों से कोरोना गया नहीं है। लेकिन लोग अब भी मानने को तैयार नहीं है। चुनाव के आगाज होते ही मास्क , शारीरिक दरी को भूलकर लोग चुनाव में जुटे थे। करीब एक महीना से लगातार कोरोना के गाइडलाइंस का पालन संभवत: कम हुआ है। जो अब खतरा साबित हो सकता है । ऐसे में अब मास्क तथा सोशल डिस्टेंसिग ही कोरोना की वैक्सीन है। जिसको सभी लोगों को पालन करना चाहिए।

देखरेख के अभाव में पौधे बर्बाद यह भी पढ़ें
वायु प्रदूषण के लिए भी मास्क वरदान : अब वायु प्रदूषण के लिए भी मास्क वरदान है। श्वास के रोगियों के लिए मास्क अब और भी कारगर साबित होने वाला है। दरअसल शरद ऋतु का आगमन हो गया है। ऐसे में वायुमंडल में ओस पड़ने के कारण धूल तथा धूआं के कण वायुमंडल में ऊपर नहीं जा पाते। जमीन के 20-50 फीट की ऊंचाई तक उड़ते रहते हैं। जो शरद ऋतु में व्यक्ति के सांस लेने के साथ अंदर चले जाते है। जिससे श्वास लेने में भी कई बार परेशानी होती है । इससे कई रोग जैसे कि टीवी, एर्लजी, श्वास लेने में दिक्कत सहित कई रोग हो सकते है। तथा वायू में प्रदूषण भी बढ़ जाता है । उसी दौरान किसानों के द्वारा खेतों में पराली भी जला दिया जाता है। और भी वायू प्रदूषण बढ़ जाता है । ऐसे में इन सबों से बचने के लिए अभी मास्क काफी कारगर साबित होने वाला है।
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार