धान की फसल पक कर तैयार, कटनी की तैयारी में जुटे किसान

कैमूर। स्थानीय प्रखंड का अधिकांश भाग में रहने वाले लोग कृषि पर आधारित है। क्योंकि नुआंव प्रखंड क्षेत्र के कई जगह पर साल के दोनों फसल के अलावा दलहन तिलहन की पैदावार हो जाती है। कैमूर जिले का नुआंव प्रखंड पैदावार के रूप में विशेष रूप से जाना जाता है। प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी एवं पश्चिमी क्षेत्रों में छोटी व बड़ी नहरों का जाल बिछा हुआ है। जिससे किसानों को समय के अनुरूप फसल की सिचाई के लिए पानी पर्याप्त मिल जाता है। हालांकि इस बार प्राकृतिक रूप से भी बारिश समय समय पर हो रही थी। जिससे धान की फसल के तैयार होने में काफी मदद मिली। समय-समय पर प्राकृतिक रूप से पानी मिलने के कारण धान में होने वाले कई तरह रोग की संभावना बहुत कम देखी गई। समय के अनुसार धान की फसल तैयार होने से किसानों में खुशी है। अब किसान धान की फसल काटने की तैयारी में हैं। क्योंकि धान की फसल कटने के तुरंत बाद ही रबी फसल बोई जाती है। जो फसलें समय के अनुरूप बोई जाती है वह अपने समय के अनुकूल तैयार भी हो जाती है। लेकिन किसानों के अंदर अभी से यह शंका है कि उनकी धान की फसल की बिक्री में फिर अड़चन आएगी। किसान ललन पांडेय ने बताया कि धान पूर्ण रूप से तैयार हो गया है। लेकिन इसकी बिक्री में बहुत कठिनाई आने वाली है। क्योंकि धान का समर्थन मूल्य से कम दर पर ही बिचौलियों को बेचना पड़ेगा। लेकिन अभी सरकार द्वारा इस विषय पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं किसान प्रदीप कुमार ने बताया कि अभी फसलों को काटकर अपने घर लाया जा रहा है।

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