लूट की रकम में सीएसपी संचालिका व पुलिस के बीच फंसा पेंच

बिहारशरीफ। गुरुवार को थाना क्षेत्र के लेदूआ पुल के समीप दिनदहाड़े दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र में हथियार के बल पर बदमाशों ने एक लाख रुपये लूट लिये। अब जांच के बाद लूटी गई रकम का पेंच फंस गया है। सीएसपी संचालिका एक लाख रुपये लूट की बात पर अड़ी है। दूसरी ओर स्थानीय पुलिस बैंक में दर्ज लेन-देन के आधार पर साढ़े 11 हजार लूट की बात कह रही है। हालांकि, सीएसपी संचालिका ने लूट की जानकारी डीजीपी तक को दे दी है। बताया जाता है कि संचालिका के इसी रवैये से स्थानीय पुलिस खुन्नस में है। परंतु, डीएसपी सोमनाथ का दावा है कि बैंक व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली गई है। इसमें दो संदिग्ध लोग मुंह ढंके दिख रहे हैं। हुलिए से जल्द ही बदमाशों की शिनाख्त कर ली जाएगी।

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बीमार बेटे को देखने घर चली गई थी संचालिका
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सीएसपी संचालिका सुनीता कुमारी ने बताया कि गुरुवार को बेटे की तबीयत खराब होने की खबर मिली तो वे घर चली गई थी। उनके जाने के लगभग आधे घंटे के बाद बैंक स्टाफ नवीन कुमार ने फोन पर बताया कि लूट हो गई है। यह सुनकर वह उल्टे पांव सीएसपी लौट आईं। रास्ते से ही उन्होंने राजगीर थाने को घटना की सूचना दी। उन्होंने बताया कि लगभग एक लाख रुपए की लूट हुई है। इस बाबत एफआइआर दर्ज कराई है। जबकि पुलिस ने छानबीन के बाद साढ़े 11 हजार रुपये की लूट का मामला दर्ज किया है। आसपास के लोगों की मानें तो उन्हें लूट की भनक नहीं लगी। जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि अभी-अभी लूट की घटना हुई है।
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गमछा व मास्क पहने थे बदमाश
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सीएसपी स्टाफ नवीन कुमार ने बताया कि गुरुवार को दिन के लगभग साढ़े 12 बज रहे थे। दो महिला कस्टमर अपने आधार कार्ड से बैलेंस चेक करवा रही थी। इस बीच उसकी नजर सीएसपी के बाहर गमछा तथा मास्क पहन मंडरा रहे दो लोगों पर पड़ी। दोनों महिलाओं के जाते ही दोनों लोग सीएसपी के अंदर दाखिल हुए। एक ने शटर डाउन कर दिया और दूसरे ने पिस्तौल निकालकर मुझ पर तान दी। फिर कहा कि कैश कहां है जल्दी बताओ, वर्ना गोली मार देंगे। तनी हुई पिस्तौल देख मैं सहम गया। मेरी घिग्घी बंध गई। यह देख दोनों काउंटर की तलाशी लेने लगे और जितना कैश मिला लेकर निकल भागे। जाते वक्त भी बदमाशों ने बाहर से शटर डाउन कर दिया। जब मेरी स्थिति सामान्य हुई तो संचालिका सुनीता कुमारी को फोन किया और आसपास के लोगों को लूट के बारे में बताया। 
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जल्द गिरफ्त में होंगे लुटेरे : डीएसपी
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राजगीर डीएसपी सोमनाथ प्रसाद ने बताया कि लूट का मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बैंक के डिपॉजिट, क्रेडिट एवं निकासी आदि पंजियों की जांच की गई, जिसमें नकद साढ़े 11 हजार का रिकॉर्ड दर्ज था। नकद कितना था, उसकी भी जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला है। काफी हद तक दो संदिग्धों की गतिविधियां दिख रही हैं। जल्द ही बदमाश गिरफ्त में होंगे।
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बीते साल देना बैंक में हुई थी पांच लाख की लूट
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बता दें कि बीते वर्ष 2019 के 23 दिसंबर को राजगीर-इस्लामपुर स्टेट हाइवे के किनारे मुदफ्फरपुर गांव स्थित देना बैंक में दिनदहाड़े हथियारबंद लुटेरों ने बैंक कर्मी व ग्राहक को बंदी बनाकर लगभग पांच लाख रुपए लूट लिए थे। लुटेरों ने बैंक के आदेशपाल सूरज कुमार के साथ मारपीट भी की थी। लगभग 20 मिनट तक लुटेरों ने बैंक के अंदर उत्पात मचाया था। इस दौरान बैंक से 4 लाख 91 हजार रुपए लूट लिए थे। जाते-जाते बैंक के सीसीटीवी कैमरे तथा इंटरनेट वायर से जुड़े सभी उपकरणों को तोड़ दिया और सीसीटीवी का रिकार्डर रिसिवर सहित साथ ले गए। घटना के 21 दिनों बाद 10 जनवरी को राजगीर डीएसपी सोमनाथ प्रसाद के नेतृत्व में देना बैंक लूट कांड का पर्दाफाश हो सका। लूट में शामिल सभी पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
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