टीनएजर अपने स्किन केयर रूटीन में करें ये 5 बदलाव, कम होगी एक्‍ने और पिंपल्‍स की परेशानी

टीनएज में एक्ने प्रोन स्किन होना आम बात है। इसलिए 12 से 20 वर्ष की आयु के बीच के किशोर होते बच्चों को ज्यादा स्किन से जुड़ी परेशानियां होती हैं। इसके पीछे एक बड़ा कारण होर्मोनल असंतुलन को बताया जाता है। हार्मोन के इस बढ़ने और घटते असंतुलन से टीनएजर को दर्दनाक सिस्टिक पिंपल्स, व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड होते हैं। इन परेशानियों को तनावपूर्ण स्कूलवर्क, नींद की कमी, हड़बड़ाहट, भोजन और अनियमित शेड्यूल और भी बढ़ा देता है। ऐसे में जरूरी है कि टीनएजर इन तमाम व्यस्त कामों से समय निकाल कर अपने स्किन केयर पर थोड़ा ध्यान दें। वहीं कुछ सिंपल चीजें हैं, जिन्हें स्किन केयर रूटीन में शामिल करके टीनएजर एक्‍ने और पिंपल्‍स की परेशानी को कम (Tips for Taking Care of Skin for Teens)कर सकते हैं।

टीनएज स्किन केयर रूटीन (Tips for Taking Care of Skin for Teens)
1.चेहरे की टी-जोन की रखें सफाई
सबसे ज्यादा एक्ने प्रोन जगह होती है। ऐसे में जरूरी है कि हम चेहरे पर टी-जोन की अच्छी तरह से सफाई करें। इसके लिए आप अपने स्किन केयर रूटीन में डबल क्लींजिंग करने का तरीका अपनाएं। इसमें ऑयल बेस्ड क्लींजर का इस्तेमाल करें और पहले अपने चेहरे पर लगे हुए सनस्क्रीन, मेकअप, सीबम और बाकी जमी हुई गंदगी को हटाएं। ये गहराई से आपके पोर्स की सफाई कर देगा। बाद में वाटर बेस्ड क्लींसर से चेहरे की सफाई करें। इस तरीके से डबल क्लींजिंग करना आपको टी-जोन को साफ रखेगा।
2.एंटी-एजिंग वाले तत्वों का इस्तेमाल न करें
टीनएजर को स्किनकेयर में हैवी हेटर्स यानी कि हार्ड इंग्रीडिएंट्स की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि ये चेहरे के कोलेजन को छिन लेता है। यह त्वचा को परेशान कर सकता है और कम उम्र से एलर्जी का कारण बन सकता है। अक्सर यह त्वचा की बाधा को नुकसान पहुंचाता है, जिससे अधिक मुंहासे, सूजन, धब्बे और सूखापन हो सकता है।
3.मॉइस्चराइज करना न भूलें
यहां तक कि , तो भी आप एत मॉइस्चराइजर का उपयोग जरूर करें। एक जेल या लोशन आधारित मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें। ये आपकी त्वचा को आरामदायक और हल्का महसूस कराएगा। वहीं एंटीऑक्सिडेंट और हाइड्रेशन परतों के रूप में काम करने के लिए विटामिन सी और बी 5-आधारित सीरम का इस्तेमाल करें।
4.एसपीएफ वाली क्रीमों का इस्तेमाल करें
एसपीएफ वाली क्रीमों का इस्तेमाल सिर्फ धूप से बचाव के लिए जरूरी नहीं है, बल्कि ये चेहरे में कोलेजन को बेहतर बनाता है। इससे सेल्स क्षति को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और चेहरे में नमी बनी रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हार्मोनल परिवर्तन पिग्मेंटेशन का कारण बन सकता है और एसपीएफ इसमें आपकी मदद कर सकता है।
5.सोने से पहले चेहरा धो कर सोएं
सोने से पहले न करना एक्ने को बढ़ाता है। वहीं बार-बार चेहरे को अपनी उंगलियों से छूने या अपने फोन पर चेहरा चिपका कर बात करने से बचें। क्योंकि आपके चेहरे को छूने से बैक्टीरिया फैल सकता है, जो छिद्रों में सूजन और एक्ने की परेशानी को बढ़ा सकता है। इसलिए सोने से पहले चेहरा धो कर साफ कर लें और तब सोएं।
साथ ही अगर आप चश्मा या धूप का चश्मा पहनते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप अपनी आंखों और नाक के चारों ओर की सफाई जरूर करें। अगर आपके शरीर पर मुंहासे हो जाते हैं, तो कोशिश करें कि तंग कपड़े न पहनें। वे त्वचा को सांस लेने नहीं देते हैं और जलन पैदा कर सकते हैं। इन सबके अलावा ध्यान रखें कि त्वचा को स्वस्थ और संतुलित रखने के लिए सही डाइट और एक्सरसाइज भी जरूरी है। इसलिए टीनएजर्स को अपने रोज के बिजी शेड्यूल में एक सही डाइट लेने और एक्सरसाइज फॉलो करने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहेगा और स्किन से जुड़ी परेशानियां कम हो जाएंगी।

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