ब‍िहार चुनाव 2020: सीतामढ़ी के इस गांव के लोग कर चुके थे पुल नहीं तो वोट नहीं का ऐलान, जान‍िए एसडीओ के पहुंचने के बाद क्या हुआ?

सीतामढ़ी, जेएनएन। जिले के बथनाहा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बथनाहा प्रखंड के सुपैना घाट पर पुल के लिए ग्रामीणों ने शनिवार को हुए मतदान का व‍िरोध कर दिया। सुपैना गांव स्थित बूथ संख्या 231 व 231 क पर एक भी मत नहीं पड़ा। इस दौरान कुल 1884 मतदाताओं में से एक भी मतदाता न बूथ पर पहुंचे और न मतदान के लिए टर्नअप हुए।


बताते चलें कि चार दशक से इलाके के लोग सुपैना घाट पर पुल निर्माण की मांग करते रहे हैं। लेकिन, सिवाय आश्वासन के कुछ भी नहीं मिला। इससे नाराज लोगों ने पूर्व से ही मतदान का व‍िरोध करने की घोषणा कर रखी थी। नदी में पानी घटने के बाद लोग बांस का चचरी बना पुल पार करने की व्यवस्था करते हैं, लेकिन नदी की तेज धारा के चलते चचरी बह जाती है। राजकीय मिडिल स्कूल सुपैना के शिक्षक व बच्चे सालोभर जान जोखिम में डाल कर सफर करते हैं। पुल निर्माण को लेकर आंदोलन भी हुए।
केवल आश्वासन मिला
लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान पुल निर्माण का मुद्दा उठा। नेताओं ने पुल निर्माण के वादे तो किए, लेकिन सिवाय आश्वासन कुछ नहीं मिल सका। प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि अपने स्तर से लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया मगर, वे टर्नअप नहीं हो पाए। उसके बाद जिला प्रशासन को इतला किया। सूचना के बाद एसडीओ आए। उन्होंने भी प्रयास किया। उसके बाद प्रशासन दलबल के साथ आया। जीविका दीदियों के द्वारा लोगों को समझा बुझाकर वोटिंग के लिए जागरूक करें, मगर कोई सफलता नहीं मिली।
तीन नदियों से घिरा है सुपैना गांव
दो विधानसभा, तीन प्रखंड और तीन नदियों से घिरे सुपैना गांव पर बदकिस्मती का साया बरकरार है। चार दशक से इलाके के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित तो हैं ही, सबसे बड़ी परेशानी पुल को लेकर है। पुल के अभाव में लोगों को एक किमी का सफर पूरा करने में 13 किमी का चक्कर काटना पड़ता है। इससे सुपैना गांव की आठ हजार की आबादी के अलावा सोनबरसा, बथनाहा व परिहार समेत तीन प्रखंडों के दो दर्जन से अधिक गांवों की दो लाख की आबादी प्रभावित हो रही है।
जिंदगी टुकड़ों में बंट कर रह गई
सोनबरसा, बथनाहा व परिहार प्रखंड के बीच अटके सुपैना गांव के लोगों की जिंदगी टुकड़ों में बंट कर रह गई है। परिसीमन के चलते सुपैना की कुछ आबादी बथनाहा प्रखंड के हरिबेला, परिहार प्रखंड के जगदर व सोनबरसा प्रखंड के विशनपुर गोनाही समेत तीन पंचायतों में बंटा है। इसका आधा इलाका बथनाहा सुरक्षित और आधा इलाका परिहार विधानसभा क्षेत्र में बंटा है। एक अदद पुल के चलते सुपैना की आठ हजार की आबादी तो प्रभावित हो ही रही है, आसपास के 2 लाख लोगों को भी परेशानी है।
13 किमी की अतिरिक्त दूरी तय
सुपैना से एक किमी की दूरी पर बसे लोहखर चौक पर आने के लिए लोगों को परिहार के रास्ते 13 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करने के बाद ही अन्यत्र जाने की मजबूरी है। सुपैना गांव झीम, रातो और लखनदेई नदी से घिरा है। गांव से बह रही झीम नदी पर दशकों पूर्व स्क्रू पाइल पुल था, जिसका निर्माण अंग्रेजों ने कराया था। वर्ष 1978-1979 में जर्जर होकर यह पुल ध्वस्त हो गया। तब से अब तक न तो पुल मरम्मत की पहल हुई और नहीं निर्माण हुआ। लिहाजा लोगों की जिदगी मंझधार में फंस गई। आम दिनों में लोग जैसे-तैसे पुल पार कर जाते है, लेकिन बाढ़ और बरसात के दौरान इलाका पानी से घिर जाता है।

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