मतदान के बाद प्रत्याशी व कार्यकर्ता उतार रहे चुनावी खुमारी

मधुबनी। विधानसभा का चुनाव शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न होने के बाद कार्यकर्ताओं का हुजूम भाजपा, भाकपा, रालोसपा, जाप एवं अन्य पार्टी एवं निर्दलीय प्रत्याशियों के कार्यालय पर रात्रि में जुटा। लोग अपने-अपने आकलन के हिसाब से बूथों पर पड़ने वाले मतों के बावत प्रत्याशी को जानकारी देते रहे। दस बजे रात्रि तक विभिन्न पार्टी कार्यालय पर गहमागहमी बनी रही। हर प्रत्याशी के कार्यकर्ता विशेषकर भाजपा और भाकपा के यह दावा करते नहीं थक रहे थे कि उनका प्रत्याशी जीत रहा है। यह दावा कार्यकर्ता प्रत्याशी के समक्ष कर रहे थे। दस बजे रात्रि के बाद कार्यकर्ता धीरे-धीरे अपने घरों को चले गए। रविवार की सुबह भी थोड़ी भीड़ उपर्युक्त पार्टी कार्यालयों पर देखी गई, लेकिन दोपहर बाद से पार्टी कार्यालय पर सन्नाटा रहा। चहल-पहल ना के बराबर दिखी। कई कार्यकर्ता जो सड़कों पर मिले, कह रहे थे कि काफी थके हैं, बड़ी मेहनत हुई। अब आराम की जरूरत है। दस तारीख को काउंटिग की भी तैयारी करनी है। पेपर वर्क करना है।

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चौक-चौराहों पर बहस हुई तेज :
चुनाव की समाप्ति के बाद हरेक दल के लोग अपने-अपने स्तर से जीत का आकलन कर रहे हैं। यह आकलन पार्टी कार्यालय के अलावा चाय व पान की दुकानें, नाश्ता की दुकानें सहित अन्य प्रतिष्ठान पर भी दिखी। कोई भाजपा उम्मीदवार की जीत के दावे कर रहा है तो कोई भाकपा उम्मीदवार के जीत के दावे कर रहा है। इन सबके बावजूद कई विभिन्न प्रत्याशियों को आनेवाले मत के बावत भी चटकारा लेकर चर्चा कर रहे हैं। कोई इस चुनाव में मोदी फैक्टर को चुनाव का बेस बता रहा है तो कोई राजद के तेजस्वी यादव की घोषणाओं पर चर्चा करते नहीं थक रहा। कई लोग एक निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में एक विशेष जाति के अधिकांश वोट जाने की बात कर रहा है तो कोई नामी गिनामी नेता के जमानत जब्त होने तक की बात कर रहा है। इन अटकलों पर पूर्ण विराम तो दस नवंबर को होनेवाली मतगणना के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

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