बिहार: समस्तीपुर में दो बेटों को पेड़ से लटका खुद फंदे से झूली मां

बिहार के समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय अनुमंडल के विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र के साहिट गांव में दो पुत्रों के गले में फंदा लगाने के बाद मां खुद भी फंदे से झूल गई। हादसे में एक बच्चे की जान बच गई। परन्तु मां के साथ एक बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। मौत को गले लगाने वाली महिला का नाम रेणु देवी व मृतक पुत्र का नाम मधुर प्रसाद (8) बताया गया है। आबादी के बीच शनिवार रात हुई इस लोमहर्षक घटना की जानकारी पड़ोसियों को भी रविवार सुबह हो सकी।

सूचना मिलने पर पुलिस ने घर के आंगन से मां-बेटे के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेजा। मामले में वैशाली जिले के पौनी हसनपुर निवासी मृतका के भाई लक्ष्मण सिंह ने विद्यापतिनगर थाने में यूडी केस दर्ज कराया है। इसमें अपनी बहन व भांजा की मौत के लिए किसी को दोषी नहीं बताया है। यह भी कहा है कि उसके बहनोई नरेश कुमार प्रसाद वर्षों से मानसिक रूप से बीमार हैं। इसी प्रकार पिछले दो माह से उसकी बहन भी मानसिक रूप से बीमार थी।
थाने में दिये आवेदन में मृतका के भाई ने कहा है कि शनिवार रात में उनके बड़े भांजा मोहित प्रसाद (10) ने उन्हें फोन कर घटना की जानकारी दी। इसके बाद परिजनों समेत वे यहां आये। यहां देखा कि घर के बरामदे में रखी चौकी पर छोटा भांजा मधुर (8) व आंगन में बहन रेणु का शव पड़ा है। जीवित बच गए मोहित के अनुसार दोनों भाई के गले में फंदा डालकर उन्हें आंगन में अमरूद के पेड़ में लटकाने के बाद मां ने भी साड़ी व दुपट्टा का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस बीच बड़े बेटे का फंदा खुल गया, जिससे उसकी जान बच गई। इसके बाद उसने हल्ला कर पिता को बुलाया व मामा को फोन किया। इस बीच दोनों की मौत हो चुकी थी।
आर्थिक तंगी की चर्चा  मां-बेटे की एक साथ हुई मौत को लेकर ग्रामीणों के बीच कई तरह की चर्चा आम थी। कुछ ग्रामीणों का कहना था कि पति के विक्षिप्त रहने से मानसिक अवसाद का शिकार होने के चलते महिला ने इतना बड़ा कदम उठाया होगा। वहीं मुखिया के पति गणेश गिरी समेत अन्य कुछ ग्रामीणों का कहना था कि आर्थिक तंगी के कारण मृतका ने ऐसा निर्णय लिया होगा। परन्तु ऐसे कई ग्रामीण थे जिन्होंने बताया कि घर में बाजार से लाया गया आंटा, चावल के अलावे उठाव किया गया सरकारी राशन भी रखा देखा गया।
महिला का पति व स्वयं महिला भी मानसिक रूप से बीमार थी। अवसाद के कारण महिला ने यह कदम उठाया है। आर्थिक तंगी के कारण मौत होने की चर्चा पूरी तरह गलत है। -ज्ञानेंद्र कुमार, एसडीओ, दलसिंहसराय।

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