प्रखंडों में वोटों के जोड़-घटाव में लगे रहे समर्थक, कैंप सूना

बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे व अंतिम चरण में सात नवंबर को मुजफ्फरपुर, सकरा, कुढ़नी, गायघाट, औराई व बोचहां में मतदान संपन्न हो गया। इसके साथ ही कुछ जगहों पर विभिन्न दलों के चुनावी कैंप में सन्नाटा पसर गया। हालांकि कुछ जगहों पर कैंपों में चाय पर चर्चा और वोटों की गिनती करते कार्यकर्ता नजर आए।

औराई में रविवार सुबह कई पार्टियों के चुनावी कैंप को लोग समेट रहे थे। भाजपा के अस्थाई कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। महागठबंधन के माले प्रत्याशी के कार्यालय में कार्यकर्ता वोटों का हिसाब-किताब लगा रहे थे। वहीं कुछ निर्दलीय प्रत्याशी का कैंप चुनाव के दिन ही देर शाम सीमट गया। निर्दलीय प्रत्याशी ई. अखिलेश यादव कैंप में अपने समर्थकों के साथ गिनती पर चर्चा कर रहे थे। गरीब जनशक्ति पार्टी का अस्थाई कार्यालय खुला रहा।
सकरा विधानसभा में कई स्थानों पर खोला गया चुनावी कार्यालय सुना पड़ गया। कई कार्यालयों से रौशनी तक गायब हो गयी। टेंट वाले अपना सारा सामान समेट ले गए। सुजावलपुर व मारकन में जदयू कैंप, सकरा कांग्रेस आश्रम में महागठबंधन कार्यालय व लोजपा के चुनावी कार्यालय का भी यही हाल रहा। इन जगहों पर प्रखंड स्तर के नेता व कई कार्यकर्ता वोटों की गिनती का हिसाब लगाते रहे।
कुढ़नी में चुनाव संपन्न होने के बाद एनडीए व महागठबंधन समेत अन्य पार्टियों के दफ्तर में दोपहर तक गहमा-गहमी बनी रही। कई पार्टियों के कार्यालयों में दोपहर तक कार्यकर्ता व प्रत्याशी वोटों की समीक्षा कर रहे थे। दोपहर बाद लगभग सभी चुनावी कार्यालयों में सन्नाटा पसर गया। उधर, बोचहां में कुछ चुनावी कार्यालय में पूरा दिन सन्नाटा पसरा रहा तो कुछ में थोड़ी-बहुत चहल पहल दिखी। सभी कैंपों में व चौराहों पर समर्थक व कार्यकर्ता अपने-अपने प्रत्याशी को मिले वोटों का हिसाब लगा रहे थे। हालांकि महागठबंधन के राजद प्रत्याशी के मालीघाट आवास पर कार्यकर्ताओं की भीड़ देखी गई। वहीं एनडीए के लोगा भी समीक्षा करने में व्यस्त रहे।
इधर, गायघाट में कुछ दलों के कार्यालय बंद हो गये। सभी प्रत्याशी वोटों की गिनती करने में जुटे थे। वहीं राजद कार्यालय पर कार्यकर्ता आतिशबाजी कर जीत होने की उम्मीद लिए जश्न मनाते दिखे। सभी दलों के लोग अपने-अपने नेता के जीतने का दावा कर रहे थे।

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