शहद के फायदे जान चौक जाएंगे आप.

जिस प्रकार शहद कई गुणों से भरपूर होता है, वैसे ही इसके फायदे भी अनगिनत हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि सेहत के लिए शहद किस प्रकार से फायदेमंद साबित हो सकता है।

शहद के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं, शहद त्वचा, बाल, हार्ट अटैक, उच्च रक्तचाप, सर्दी जुकाम, खून की कमी, वजन घटाना, अस्थमा, कोलेस्ट्रॉल और पाचन को मजबूत करता है। शहद में फैट, कोलेस्ट्रोल और सोडियम नहीं होता।
सर्दियों में शहद नवजात के लिए अमृत का काम करता है। लेकिन शहद के सेवन का सही तरीका पता होना आवश्यक है। इसलिए आज हम सर्दी आने से पहले बच्चों की सर्दी को दूर करने वाले शहद के फायदे (Honey Benefits) और उपयोग का सही तरीका बता रहे हैं।
आयुर्वेद के मुताबिक शहद किसी भी जड़ी बूटी या औषधि के प्रभाव को शरीर पर लंबे समय तक बरकरार रखने में मदद करता है। जिससे पीड़ित व्यक्ति को जल्द आराम मिलता है।
आमतौर पर आयुर्वेद में अत्यधिक कफ, उल्टी, गैस समस्याओं और रक्त में अशुद्धियों और हाई बी.पी, कैंसर जैसी गंभीर रोगों के उपचार में असरदार होता है। शहद की खासियत ये है कि इसका सेवन 6 महीने से लेकर सभी आयु के लोगों का सेवन करना फायदेमंद रहता है। 
1. वजन घटाने में मददगार
यहां हम बता रहे हैं कि वजन घटाने के लिए हनी का इस्तेमाल किस प्रकार करें। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, शहद में वजन को बढ़ने से रोकने के गुण पाए जाते हैं और यह वजन के बढ़ने की गति को धीमा कर देता है।
इसके अलावा, शहद के गुण कुछ हद तक वजन को कम करने में भी कारगर हो सकते हैं । एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक अन्य शोध में भी कहा गया है कि मोटापे को नियंत्रित करने के लिए शहद का इस्तेमाल दवा की तरह किया जा सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि शहद में एंटीओबेसिटी प्रभाव होता है |
2. तनाव कम करने के लिए हनी के फायदे 
एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध की बात की जाए, तो रॉ हनी में एंटीडिप्रेसेंट प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण शहद में अवसाद या तनाव को कम करने वाला गुण शामिल होते हैं ।
एक अन्य शोध में भी कहा गया है कि शहद का सेवन करने से तनाव कम हो सकता है। चिंता को कम करने के साथ-साथ शहद के गुण स्मृति में भी सुधार कर सकते हैं । हां, अगर कोई गंभीर रूप से तनाव या डिप्रेशन में है, तो उसे बिना देरी किए डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए।
अगर आपके बच्चे को सर्दी, खांसी और जुकाम की समस्या है, तो ऐसे में आप अदरक को पीसकर उसके रस को निकालें और एक चम्मच शहद में मिलाकर दिन में 2 बार दें।हड्डियों के लिए
कमजोर हड्डियों के कारण कई प्रकार की समस्याओं का समाना करना पड़ सकता है, उन्हीं में से एक है ऑस्टियोपोरोसिस। हड्डियों को मजबूत बनाने और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए शहद का उपयोग किया जा सकता है।
शोध के अनुसार शहद में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स की समस्या के साथ ही सूजन को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इन गुणों के कारण ही शहद का उपयोग पोस्टमेनोपॉजल ऑस्टियोपोरोसिस के उपचार के रूप में हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए किया जा सकता है|
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