ओवैसी की किलेबंदी में ढह गंई कांग्रेस की मजबूत इमारत

जेएनएन, किशनगंज : कांग्रेस का मजबूत इमारत कहा जाने वाला बहादुरगंज विधानसभा सीट ओवैसी की मजबूती किलेबंदी में ढह गया। ओवैसी की आंधी में कांग्रेस का यह किला न सिर्फ ढह, गया बल्कि रेत की ढ़रे की तरह भरभरा गया। एआइएमआइएम प्रत्याशी अंजार नईमी ने बड़े अंतर से जीत दर्ज कर एनडीए प्रत्याशी लखन लाल पंडित को हराने में सफल रहे। जबकि 2005 से लगातार चार बार विधायक चुने गए कांग्रेस के तौसीफ को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।

बहादुरगंज विधानसभा सीट पर मतदान फीसद 59.08 रहा था। कुल 172,811 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जिनमें 76,582 पुरुष, 95,958 महिला और एक ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल थे। 14 टेबल पर लगभग 30 राउंड की गिनती के बाद परिणाम सामने आया। शुरूआती दौर में जहां विकासशील इंसान पार्टी के लखनलाल पंडित आगे रहे। लेकिन सातवें राउंड से एआइएमआइम प्रत्याशी की बढ़त लगातार बढ़ती गई। फरवरी 2005 में निर्दलीय और फिर, अक्टूबर 2005, 2010 और 2015 में कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले तौसीफ आलम इस दफे पांचवीं बार मैदान में थे। लेकिन परिवर्तन की बयार में तौसीफ आलम रेस से पूरी तरह बाहर दिखे। एआइएमआइएम के अंजार नईमी और एनडीए के लखनलाल पंडित के बीच मुकाबला रहा। कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष तेजस्वी यादव की भी सभा हुई थी लेकिन ओवैसी के लगातार कैंप किए जाने और आधे दर्जन से अधिक सभा की वजह से यानी ओवैसी के सहारे अंजार नईमी अंतिम समय तक दमखम से डटे रहे। वहीं कैडर वोट के आसरे एनडीए प्रत्याशी यानी विकासशील इंसान पार्टी के लखनलाल पंडित असल मुकाबले में दिखे।

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