पिता के ननिहाल में भी नहीं चला चिराग का जादू

दरभंगा। बदले राजनीतिक समीकरणों के बीच हुए चुनाव में जिले की पांच विधानसभा सीटों पर लोक जनशक्ति पार्टी ने जदयू और वीआइपी के खिलाफ उम्मीदवार उतारे। लेकिन, यहां से उसे एक भी सीट नहीं मिली। हालांकि, इस जिले में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का ननिहाल है। उनके ननिहाल की विधानसभा कुशेश्वरस्थान में भी लोजपा की प्रत्याशी पूनम कुमारी को मात्र 13343 मतों से संतोष करना पड़ा। इसी तरह बहादुरपुर में लोजपा के देवेंद्र कुमार झा 15485 मत ला सके। दरभंगा ग्रामीण में प्रदीप ठाकुर को 17,586 वोट मिले। यहां जदयू के प्रत्याशी डॉ. फराज फातमी को इस कसरत का नुकसान हुआ और वे महज 2141 मतों से चुनाव हार गए। जबकि गौड़ाबौराम में भाजपा से बगावत कर लोजपा के टिकट पर लड़े राजीव कुमार ठाकुर को 9111 मतों से संतोष करना पड़ा। जबकि अलीनगर में राजकुमार झा को मात्र 8840 मत ही मिले। राजनीति के जानकार बताते हैं चिराग ने जिले में अपना जादू चलाने की कोशिश की। लेकिन, वो लोगों को बड़ी संख्या में अपने साथ जोड़ पाने में नाकाम रहे। पिता के ननिहाल में भी उनका जादू नहीं चल सका।


संजय 5 वीं बार पहुंचेंगे विधानसभा नगर विधायक संजय सरावगी पांचवी बार विधानसभा पहुंचेंगे। उन्होंने दरभंगा शहरी विधानसभा से लगातार पांच बार चुनाव जीतकर इतिहास बना दिया। बताते हैं कि जब से यह विधानसभा अस्तित्व में आई है तब से लेकर अबतक का यह रिकार्ड नया है। चुनाव जीतने के बाद संजय पहले लोगों से मिले। इसके बाद घर में जाकर माता-पिता से आशीर्वाद लिया। इसी के साथ संकल्प लिया कि शहर के विकास को अपना धर्म बनाया है। लगातार उसी पथ पर चलेंगे। इस बार के चुनाव में सर्वाधिक मतों से जीते जीवेश
इस बार के चुनाव में जाले के भाजपा विधायक जीवेश कुमार मिश्र जिले में सर्वाधिक मतों से जीते। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मस्कूर अहमद उस्मानी को 21796 मतो परास्त किया। उन्हें कुल 87376 मत मिले। जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी को
65580 मत मिले। जाले से लगातार दूसरी बार विधायक बनने का रिकार्ड जीवेश ने ही इस बार कायम किया। इससे पहले जाले का इतिहास रहा है कि वहां की जनता हर बार बदलाव कर देती है।
स्वर्णा, मुरारी, विनय और रामचंद्र पहली बार जाएंगे विधानसभा में
इस बार जिले में तीन नए चेहरों को जीत मिली है। ये तीनों एनडीए के प्रत्याशी रहे और इन्होंने राजनीति के दिग्गजों को हराया भी। गौड़ाबौराम से पहली बार बतौर महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरीं दिवंगत विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह की बहू वीआइपी की प्रत्याशी स्वर्णा सिंह ने जीत दर्ज कर दरभंगा में आधी आबादी का सशक्त मौजूदगी का एहसास कराया। चुनाव जीतने के बाद घर लौटीं तो ससुर के चित्र पर माल्यार्पण किया। शपथ लिया कि ससुर के सपनों को साकार करेंगी।
केवटी में राजद के दिग्गज अब्दुल बारी सिद्दीकी को चुनाव हराकर पहली बार विधानसभा पहुचनेवाले भाजपा के मुरारी मोहन ने जमीनी कार्यकर्ता की ताकत का एहसास कराया। कहा- विकास का संकल्प है, इसे पूरा करेंगे। बेनीपुर से तमाम कूटनीति को परास्त कर जदयू के जिलाध्यक्ष बिनय कुमार चौधरी ने नए इतिहास को स्थापित किया। जबकि हायाघाट से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेहद करीबी भोला यादव को हराकर भाजपा के रामचंद्र प्रसाद भी पहली बार विधानसभा में पहुंचेंगे। इनकी जीत को जिले के लिए काफी अहम माना जा रहा है। -
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