दरौंदा थाने में रुपये नहीं दिए तो नहीं होगा काम

दरौंदा एक चौकीदार द्वारा काम के बदले रिश्वत मांगने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि चौकीदार लगभग बीस वर्षों से थाने में मुंशी का कार्य करता है। स्थानीय होने के कारण उसे इलाके की बेहतर जानकारी है। इसी के बलबूते वह थाना में काम के बदले सभी से खुलेआम धनउगाही करता है। इतना ही नहीं यदि काम के बदले मांगे गए रुपये पर यदि किसी को आपत्ति होती है और वरीय पदाधिकारी से उसके खिलाफ शिकायत करने की बात होती है तो वह धौंस जमाने से भी गुरेज नहीं करता है। वह अपने कारनामे की जानकारी सीधे थानाध्यक्ष से कहने की बात करता है। इसका सीधा सा अर्थ है कि थानाध्यक्ष की मिलीभगत से ही उसके हौसले बुलंद हैं। इतना ही नहीं बीस साल में थाने में कई थानाध्यक्ष आए गए लेकिन मुंशी का कार्य इसी चौकीदार के जिम्मे रहा है।

वायरल वीडियो में रुपए मांगने का दिख रहा है सबूत
चौकीदार पंचदेव मांझी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह किसी युवक से काम के बदले उससे एक हजार रुपये की मांग करता है। युवक द्वारा रुपये के बदले रसीद देने की बात कहने पर वह जवाब में कहता है कि ऐसे लेनदेन में कोई रसीद नहीं मिलती। काम कराना है तो रुपये लेकर आओ। दरौंदा के इस चौकीदार के खिलाफ यह पहली शिकायत नहीं है। पहले भी इसपर आरोप लग चुके हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए थे। बावजूद चौकीदार के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकी।
थानों में नहीं थम रहा है भ्रष्टाचार का मामला
जिले के कई थानों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। वरीय पदाधिकारियों द्वारा की जाने वाली तमाम कोशिशों के बाद भी भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में बसंतपुर थाने के एक चौकीदार के भ्रष्टाचार की कहानी लोगों ने एसपी को सुनाई थी। एसपी अभी कार्रवाई की सोच ही रहे है कि दरौंदा के चौकीदार पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का वीडियो वायरल हो गया है।
जिले के कई थानों में चौकीदार करते मुंशी का कार्य
जिले के अधिकतर थानों में मुंशी का कार्य चौकीदारों के ही जिम्मे है। जिसका निर्वहन अवैध तरीके से वे कई सालों से कर रहे हैं। काफी दिनों से काम करने के कारण चौकीदारों को इस कार्य में महारत हासिल हो गई है। कई मौकों पर इन्हें थानाध्यक्षों को भी सलाह देते भी देखा जाता है।

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