यह फिल्म कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर select हुई

COVID 19 महामारी के चलते, हर देश अपनी एक अलग लडाई लड़ रहा है, जेसे भारत मे लॉकडाउन लगने के कारण कई प्रवासी मजदूरों को आपने घर वापस लौटने के लिए बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। ये वृत्तचित्र, walking under the sun, इसी विषय पर आयोजित है। उत्कर्ष चतुर्वेदी द्वारा निर्देशित, इस फिल्म को Global Indie Film Awards में Best Documentary Indian international Film Festival मे best documentary और best editor, Indian Talents Film Festival मे best screenplay आधिकारिक तौर पर चुना गया है। इसके अलावा यह फिल्म कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी select हुई है।

उत्कर्ष चतुर्वेदी की पैदाइश 1 नवंबर, 1999 की है। उनका जन्म मथुरा, भारत मे हुआ। वह सबसे कम उम्र के फिल्म निर्माताओं और फिल्म गीक में से एक है। वह अपनी फिल्म एप्रिसिएशन IIT मद्रास, और साथ ही अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई जगन्नाथ यूनिवर्सिटी से कर रहे हैं। इसी के साथ साथ, उन्हें कई पुरूस्कार जेसे, Best Film Award, R. K फिल्म फेस्टिवल, Best Editor, Indian International Film Festival 2020 से प्राप्त हुए हैं।उत्कर्ष चतुर्वेदी, अपने निर्देशक बनने के स्वप्न के अलावा, कहानीकार और बांसुरी वादक भी हैं।
इस फिल्म को बनाने में कई प्रतिभावान युवकों की मेहनत लगी है, उत्कर्ष चतुर्वेदी (निदेशक, निर्माता) के अलावा, श्रुति सिन्हा (लेखिका), तान्या मेहता (शोधकर्ता), शाहीन खान (शोधकर्ता), रवीना (शोधकर्ता), यश कश्यप (कहानीकार), गौरांग साहू (संगीत) और ओशीन (वॉयस ओवर)..इन्हीं की वजह से ये फिल्म बेहद खूबसूरत ढंग से निखर स्की है। walking under the sun, उत्कर्ष चतुर्वेदी की इस शॉर्ट फिल्म मे छुपे दर्द और सच्चाई को हमारे दिलों तक पहुचने मे देर नहीं लगी ।

अन्य समाचार