जिले में बुधवार को भी मिले 25 पॉजिटिव मरीज

छपरा : जिले में बुधवार को 25 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये गये है। जबकि विगत दिन मंगलवार को भी 27 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये गये थे। इस प्रकार अब जिले में ठंड बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है। उक्त सभी जांच एंटी रैपिड जांच किट से किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के बढ़ोतरी को देखते हुए सभी लोगों को एहतियात बरतना जरूरी हो गया है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। बुधवार को जिले में मिले नये 25 कोरोना मरीज के बाद पॉजिटिव मरीजो की संख्या जहां 5876 हो गई है। वहीं 5726 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इस बात की जानकारी देते हुए डीपीएम अरविद कुमार ने बताया कि जिले में अबतक 5 लाख 12 हजार 558 लोगों की कोरोना जांच की गई है। उन्होंने बताया कि जिले में फिलहाल 139 कोरोना के मरीज एक्टिव है जिनका उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि अबतक जिले में 339 कंटेनमेंट जोन बनाये गये थे और सभी कंटेनमेंट जोन को समाप्त किया जा चुका है। सभी पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा होम आइसोलेशन में उनकी मर्जी से भेजा गया है।


ग्राफिक्स अपेक्षित
- ठंड बढ़ने के साथ ही बढ़ने लगी है कोरोना संक्रमितों की संख्या जासं, छपरा : दो गज दूरी मास्क है जरूरी इस नियम पर आज भी चलना जिलेवासियों के लिए आवश्यक है। इस नियम से हटकर घर से बाहर निकलना और लापरवाही बरतना निश्चित तौर पर भारी पड़ सकता है। वैसे ठंड बढ़ने के साथ ही जिले में एकबार फिर मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। छठ के बाद अब प्रतिदिन जिले से मरीजो की संख्या बढ़ रही है। हालांकि जिले में प्रतिदिन पांच हजार लोगों का कोरोना जांच किया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सदर अस्पताल के अलावे जंक्शन पर एवं इमरजेंसी वार्ड एवं ओपीडी में भी कोरोना जांच किया जा रहा है। वही जांच की संख्या बढ़ाने को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रो पर भी कोरोना जांच किया जा रहा है। जिससे कि जांच की संख्या बढ़कर जिले में पांच लाख से अधिक तक पहुंच चुकी है। पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए सदर अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था की गई है। पॉजिटिव मरीजों के लिए सदर अस्पताल में करीब पांच सौ बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जिसमें मरीजों को भर्ती किया जाता रहा है। अब जिले में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के कारण जिले में संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जाने लगी है। लेकिन एक बार पुन: संकमण बढंने की आशंका से स्वास्थ्य महकमा सजग हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जांच के साथ ही संक्रमित मरीजों को निशुल्क दवाएं भी उपलब्ध करायी जा रही है।
सदर अस्पताल में 8 वेंटिलेटर है उपलब्ध सदर अस्पताल कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पूर्व में भी तैयार था और आज भी पूरी तरह तैयार है। अस्पताल में जांच एवं उपचार की पूरी व्यवस्था उपलब्ध करा दी गई है। इस मामले में अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि अस्पताल में फिलहाल 8 वेंटिलेटर उपलब्ध है। हालांकि अभी तक किसी संक्रमित मरीज को वेंटिलेटर की आवश्यकता नहीं पड़ी है। अगर इसकी आवश्यकता होगी तो संक्रमित मरीजों का उपचार करने में विभाग सक्षम है। विटामिल सी एवं जिक की है प्रचुर उपलब्धता कोरोना उपचार के लिए जिले में पर्याप्त दवा का भंडार है। इस मामले में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राम एकबाल प्रसाद ने बताया कि कोरोना मरीजों के उपचार के लिए सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी एवं जिक की गोलियां उपलब्ध है। कोरोना जांच के बाद संक्रमित मरीजों को दवाएं उपलब्ध करायी जाती है। वहीं जांच के लिए पर्याप्त मात्रा में जांच किट मौजूद है। निजी क्लिनिकों में नहीं हो रहा कोरोना जांच जिले में कोरोना जांच अभी तक अस्पताल एवं अस्पताल के द्वारा लगाये गये कोरोना जांच कैंप में ही किया जा रहा है। इस जांच की व्यवस्था फिलहाल जिले के किसी भी निजी नर्सिंग होम या लैब में नहीं है। निजी क्लिनिक के द्वारा आवश्यकतानुसार संक्रमित का स्वाब लेकिर पटना ही भेजा जा रहा था। लेकिन सदर अस्पताल में रैपिड एंटीजन किट एवं ट्रूनेट मशीन के साथ आरटीपीसीआर जांच उपलब्ध होने के बाद सभी लोग अस्पता से ही जांच रिपोर्ट प्राप्त कर रहे हैं। जिले में नहीं हो रहा मास्क जांच जिले में कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद से जहां लोग लापरवाह हो चुके हैं। वहीं जिला प्रशासन भी बेपरवाह हो चुका है। क्योंकि एक तरफ संक्रमण बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ लोग बाजारो में उमड़ पड़े हैं और मास्क का भी प्रयोग नहीं किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में संक्रमण फैलता है तो एक बार फिर लोगों को घर में रहना पड़ सकता है।
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