सरकारी कर्मचारी घोषित करने का मुद्दा उठाया

सात सूत्री मांगों को लेकर बिहार प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रखंड की सेविका व सहायिकाओं ने शुक्रवार को बैठक कर एकजुटता दिखायी। सेविका व सहायिकाओं ने संगठन की मजबूती दिखाते हुए सरकारी कर्मचारी घोषित करने, घोषणा होने के पूर्व आंगनबाड़ी सेविका को 18000 रुपये एवं सहायिका को 12000 रुपये प्रतिमाह वेतन दिए जाने के साथ मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में पदस्थ सेविकाओं को भी सामान्य केंद्रों की तरह मानदेय भुगतान करने की आवाज बुलंद की। बैठक में शामिल वक्ताओं ने कहा कि उम्र का बंधन हटाते हुए शत प्रतिशत पदोन्नति दिए जाने, पोषाहार वितरण में टोकन व डीबीटी व्यवस्था समाप्त किए जाने व सभी तरह का बकाया मानदेय राशि का शीघ्र भुगतान की जाए। सेविका व सहायिकाओं ने कहा कि उनकी सभी मांगे जायज है। सरकार को गंभीरतापूर्वक मांगों पर विचार करते हुए हर हाल में सरकारी कर्मचारी घोषित करना चाहिए। सेविकाओं ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर अपनी ड्यूटी पूरी मुस्तैदी से निभाती हैं। चुनाव व विधि व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर भी सक्रिय कर्तव्य का निर्वहन करतीं हैं। ऐसे में सरकार को उनके प्रति सहानुभूति दिखानी चाहिए। मौके पर इलायची देवी, कलावती देवी, अनिता कुमारी, आशा कुमारी, राधा देवी, गीता यादव, मंजू देवी, मंजू सिंह, नुसरत जहां, रीमा खातून, देवंती देवी सहित कई सेविका व सहायिका मौजूद थे। अंत में बैठक में शामिल सेविका व सहायिकाओं के शिष्टमंडल ने पदाधिकारी से मिलकर ज्ञापन दिया।

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