सावधानी जरूरी है!: बिना सोचे अनजान ईमेल पर जानकारी देना पड़ सकता है भारी, असली और नकली ईमेल की ऐसे करें पहचान

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सावधानी जरूरी है!:बिना सोचे अनजान ईमेल पर जानकारी देना पड़ सकता है भारी, असली और नकली ईमेल की ऐसे करें पहचाननई दिल्ली9 घंटे पहलेफिशिंग वैश्विक समस्या है। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के बैंक इसका सामना कर रहे हैं। (फोटो क्रेडिट-गूगल)
महामारी और लॉकडाउन के इस दौर में सुरक्षा के लिहाज से अधिकतर प्रोफेशनल्स अपने ऑफिस का काम घर से निपटा रहे हैं। इस दौरान वे पहले से ज्यादा समय भी इंटरनेट पर बिता रहे हैं और इसी का फायदा उठाने के लिए साइबर अपराधी पर सक्रिय है, ताकि इस मौका का फायदा उठाया जा सके।
बैंक धोखाधड़ी के मामलों में भी लगातार इजाफा हो रहा है, रोजाना कई मामले सुनने को मिल रहे हैं। इसलिए सुरक्षा पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है। हैकर्स कई तरह से लोगों को निशाना बना रहे हैं और सबसे ज्यादा जो तरीका इस्तेमाल किया जा रहा है, वह है फिशिंग (Phishing)।
फिशिंग (Phishing) क्या है?फिशिंग वैश्विक समस्या है। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के बैंक इसका सामना कर रहे हैं। फिशिंग एक ईमेल हो सकता है जो किसी मशहूर संस्थान जैसे बैंक या लोकप्रिय वेबसाइट सा लग सकता है। यह ध्यान रखें कि बैंक कभी भी गोपनीय जानकारी जैसे लॉगइन और ट्रांजैक्शन पासवर्ड, वन टाइम पासवर्ड (OTP), यूनिक रेफरेंस नंबर (URN) के बारे में आपसे नहीं पूछेगा।
यह कैसे होती है?
फिशिंग की पहचान कैसे करें?

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