पंचतत्व में विलीन हुआ मराठा रेजिमेंट का जवान, छोटे भाई ने कांपते हाथों से दी मुखाग्नि

जलगांव : श्रीनगर ( Srinagar) में 26 नवंबर को आतंकियों से लोहा लेते हुए पिम्पल गाँव ( Pimple Village) के रहने वाले और मराठा रेजिमेंट के जवान यश देशमुख Yash Desmukh) शहीद हो गए थे। शनिवार सुबह 11.45 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की तादाद में लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया था। सभी ने नम आंखों के साथ यश को अंतिम विदाई दी।

परिवारवालों का रो- रोकर हुआ बुरा हाल 21 साल के यश देशमुख का पार्थिव शरीर शुक्रवार रात विशेष विमान से नासिक लाया गया। उसके बाद शनिवार को सुबह 9 बजे उनके गृहनगर पिम्पल गांव में लाया गया। शहीद यश देशमुख की मां, पिता और दो बहनों और छोटे भाई पंकज का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई देशमुख का अंतिम संस्कार के लिए उनका पार्थिव शरीर सेना एक ट्रक में ले घाट पर ले जाया गया। इस दौरान हजारों की तादाद में लोगों की भीड़ उन्हें अंतिम विदाई देने पहुचे। पार्थिव शरीर को ले जाते वक्त रास्तेभर फूलों की वर्षा की जा रही थी। इस दौरान लोग शहीद जवान यश देशमुख अमर रहे, भारत माता की जय, वंदे मातरम, पाकिस्तान मुर्दाबाद ने के नारे लगाते हुए देखे गए।
राज्य सरकार शहीद परिवार देगी 1 करोड़ की आर्थिक मदद यश को अंतिम विदाई देने के लिए कृषि मंत्री दादा भूसे भी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की। चार राउंड गोलाबारी के बाद सेना और जलगाँव जिला पुलिस द्वारा भी यश देशमुख को सम्मानित किया गया। मंत्री दादा भुसे ने कहा कि शहीद वीर जवान देशमुख के परिवार को महाराष्ट्र सरकार से एक करोड़ रुपये तक की सहायता देगी। मंगेश चव्हाण ने आश्वासन दिया कि वे वीर यश को गाँव में एक स्मारक बनाने की पूरी कोशिश करेंगे।

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