आपसी वर्चस्व मामले में बीडीओ-प्रमुख आमने-सामने, प्राथमिकी

आपसी वर्चस्व मामले में बीडीओ-प्रमुख आमने-सामने, प्राथमिकी

बीडीओ ने दुव्र्यवहार व बंधक बनाए जाने का लगाया आरोप
प्रमुख, उपप्रमुख, जिला पार्षद, बीडीसी सदस्यों समेत 21 लोगों को किया नामजद
दलित बीडीसी सदस्या ने बीडीओ पर जातिसूचक गाली देकर मानहानि का लगाया आरोप
इसुआपुर। एक संवाददाता
इसुआपुर के नवनिर्वाचित प्रखंड प्रमुख व बीडीओ के बीच शनिवार को आपसी वर्चस्व के मामले में दोनों पक्षों द्वारा स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। बीडीओ नीलिमा सहाय द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में प्रखंड प्रमुख मितेंद्र प्रसाद यादव, उपप्रमुख संतोष साह, जिला पार्षद गीता सागर राम, पूर्व जिला पार्षद शमीम अहमद, तरैया विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मिथिलेश राय, समेत 21 लोगों को नामजद किया गया है। कहा गया है कि जब वे अपने कार्यालय कक्ष में सरकारी कार्य कर रही थी, इसी बीच प्रखंड के 13 पंचायत समिति सदस्य ,जिला पार्षद समेत 50-60 की संख्या में लोग कार्यालय में घुसकर हंगामा करने लगे। साथ ही उनके द्वारा गाली -गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार किया गया। इसकी सूचना स्थानीय थाने को दिए जाने के बाद पुलिस ने पहुंचकर हंगामे को शांत कराने का पूरा प्रयास किया गया। लेकिन भीड़ उग्र होते गई व प्रखंड कार्यालय के मेन गेट में ताला बंद कर उन्हें बंधक बना लिया गया। वहीं महिला पंचायत समिति सदस्या रजांती देवी द्वारा गाली-गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार किया गया। साथ ही बाल पकड़कर खींचते हुए मुक्का से मारा गया। इसकी सूचना देर शाम एसपी व एसडीओ मढ़ौरा को दी गई। एसडीओ और डीएसपी मढ़ौरा ने पहुंचकर उन्हें बंधन मुक्त कराया। बीडीओ द्वारा आरोपित किए गए 21 लोगों में प्रखंड प्रमुख मितेंद्र प्रसाद यादव, उपप्रमुख संतोष साह, जिला पार्षद गीता सागर राम, पूर्व जिला पार्षद शमीम अहमद, तरैया विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मिथिलेश राय, बीडीसी सदस्य मोनू कुमार राम, नैन देवी, रंभा देवी, दीनानाथ रावत, रानी देवी, मीना देवी, कमलदेव सिंह, रजांती देवी के अलावे हरेराम राम, राजेंद्र राय, हरेंद्र राय, राजकुमार महतो, चैैत राय, गजेंद्र राय, मिथुन कुशवाहा व गणेश साह शामिल हैं।
बीडीओ पर अभद्रता का आरोप
बीडीसी सदस्या रजांती देवी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि वे बीडीओ के कार्यालय कक्ष में अपनी कार्य योजना से संबंधित बातचीत करने गई थी। इस पर बीडीओ ने कहा कि मुझे तुम्हारी योजना के बारे में जानकारी नहीं है। तुम मिश्रीलाल से पूछो। जब पंचायत सचिव मिश्रीलाल से पूछी तो उन्होंने कहा कि तुम्हारा पैसा नहीं मिलेगा। इसके बाद पुन: बीडीओ से पूछने पर वे आग बबूला होकर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर धक्का मारकर कार्यालय से बाहर निकालने लगी। विरोध करने पर पंचायत सचिव मिश्रीलाल राय बाल पकड़कर घसीटते हुए प्रखंड कार्यालय से बाहर निकाल दिए। मेरे द्वारा चिल्लाने पर अन्य बीडीसी सदस्यों ने आकर मेरी जान बचाई।

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