डुमरांव में चार साथियों के साथ पकड़ा गया था प्रियांशू

दरौंदा थाने के रुकुन्दीपुर में रविवार की देर शाम हुए हत्याकांड में मृतक की पहचान हो गई है। वह जीबीनगर थाने के माधोपुर निवासी प्रियांशू कुमार था। उसका आपराधिक इतिहास रहा है। मृतक का भाई गोलू सिंह पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह फिलवक्त जेल में बंद है। गत वर्ष बक्सर के डुमरांव में प्रियांशू अपराध की योजना बनाते हुए बक्सर पुलिस के हत्थे चढ़ा था। उसने डुमरांव में रंगदारी के लिए एक बाइक एजेंसी पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। बक्सर एसपी के निर्देश पर डीएसपी ने आधा दर्जन सब इंस्पेक्टर के साथ प्रियांशू और उसके चार साथियों को दो पिस्टल और दो रिवाल्वर के साथ गिरफ्तार किया था। प्रियांशू की हत्या को पुलिस आपसी रंजिश और वर्चस्व का नतीजा मानती है। सूत्रों की माने तो भाई गोलू सिंह के जेल चले जाने के बाद वह अपराध जगत में अपना पांव जमा चुका था। हालांकि उसका बड़ा भाई अपराध की दुनिया में नहीं जाने देना चाहता था। गोलू की तमन्ना थी कि वह इस दुनिया से बाहर रहकर पढ़ाई करें और कोई ऑफिसर बने। लेकिन, वह इंटर की पढ़ाई बीच में ही छोड़ क्राइम की दुनिया में आ गया। एक साल के अंदर ही वह अपराध की दुनिया में बहुत आगे निकल गया। जीबीनगर थाने में उसपर आधा दर्जन मुकदमें दर्ज हैं। एसडीपीओ पोलस्त कुमार ने बताया कि मृतक जीबीनगर थाने के आधा दर्जन और दरौंदा थाने के एक मामले में फरार चल रहा था। उस पर हत्या, लूट और रंगदारी के मामले दर्ज हैं।

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