खेतों में पराली जलाने वालों को कृषि योजना का लाभ नहीं

जिलास्तरीय फसल अवशेष प्रबंधन समिति की मंगलवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में बैठक हुई। डीएम अमित कुमार पांडेय ने सम्बंधित विभाग के पदाधिकारियों को किसानों द्वारा फसल अवशेष अपने खेतों में नहीं जलाने के संदर्भ में व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कर जन जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया। बताया कि जिले में सेटेलाइट के माध्यम से खेतों में पलानी पुआल जलाने के मामले दर्ज किए गए है। इसमे सदर प्रखंड के एक, दरौली के एक व रघुनाथपुर के दो किसान शामिल हैं। जिन्होंने अपने खेतों में पराली जलाई है। बताया कि जो किसान अपने खेतों में पराली जलाएंगे उनको चिन्हित कर तीन साल के लिए कृषि विभाग की किसी भी योजना का लाभ नही दिया जाएगा। बैठक के दौरान प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी, बीडीओ को ऐसे किसानों के खिलाफ कार्रवाई से सम्बंधित निर्धारित प्रावधान की जानकारी देने के लिए कार्यवाही की प्रति भेजने की बात कही गई, ताकि खेतों में पराली नही जलाने के लिए व्यापक रूप से लोगों के बीच जागरुकता फैलाई जा सके। साथ ही पराली जलाने पर रोक लगाई जा सके। बैठक में एडीएम रमण कुमार सिन्हा, जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल, जिला पंचायत अधिकारी, आत्मा व डीआरडीए के निदेशक, वनों के छेत्र पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, डीसीओ, डीपीआरओ व कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर हाट के कार्यक्रम समन्वयक शामिल थे।

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