करोड़ों के ट्रांजेक्शन के लिए एक भी कैशियर नहीं

हसनपुरा प्रखंड का इकलौता बैंक जहां एक दिन में करोड़ों रुपए का लेनदेन होता है और वह भी बिना कैशियर के। वह बैंक है सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा हसनपुरा का। जहां सुबह 8 बजे से ही क्षेत्र के सैकड़ों महिला पुरुष दो मंजिल पर स्थित सीढ़ी से लेकर ऊपर बैंक के गेट तक अपने रुपये निकासी व जमा के लिए कतार में लग जाते हैं। जहां दिन भर काफी मशक्कत के बाद जब काउंटर के समीप पहुंचते हैं तो दो बज जाते हैं। वहीं सबसे ज्यादा इस बैंक में महिला उपभोक्ताओं की भीड़ रहती है। जिनके लिए न तो कोई अलग काउंटर है और न ही उनके लिए और कोई सुविधा ही है। महिला काउंटर की बात ही अलग कर दें जब पुरुषों के लिए बने काउंटर पर कैशियर की सुविधा नहीं है तो महिलाओं की कौन कहे। इस बैंक में दो कैश काउंटर बने हैं मगर एक भी कैशियर नहीं। इसका परिणाम शुक्रवार को देखने को मिला जब दर्जनों उपभोक्ताओं ने हंगामा शुरू किया। बैंक में सहायक प्रबन्धक शशांग सिंह सोलंकी बहाल है जिन्होंने 23 नवम्बर 2020 को ज्वाइन किया। तीन दिन कार्य करने के बाद तबीयत खराब होने से अबतक छुट्टी पर हैं। फिलहाल एक टेम्प्रोरी कैशियर सुरेंद्र कुमार हैं। मगर इतनी संख्या में उपभोक्ताओं का लेनदेन करना वह भी एक टेम्प्रोरी कैशियर के भरोसे। हो हल्ला तो आम बात है। इन हालातों से जूझते हुए खुद शाखा प्रबन्धक रविराज सिंह कैश काउंटर पर बैठ कर चार दिनों से कार्य कर रहे हैं। फलस्वरुप बैंक का सिर्फ लेनदेन का कार्य किसी तरह चल भी जा रहा है तो अन्य कार्य ठप हो जा रहा है। इससे उपभोक्ता काफी परेशान हो रहे हैं।

क्या कहते हैं शाखा प्रबंधक
शाखा प्रबंधक रविराज सिंह का कहना है कि दो कैश काउंटर है। जहां दो कैशियर अत्यंत जरूरी है। खासकर एक महिला काउंटर भी, ताकि इस बैंक में महिला उपभोक्ताओं की काफी भीड़ रहती है। बैंकिग सेवा में सुधार के लिए स्थानीय लोग बैंक के वरीय पदाधिकारी से दो स्थायी कैशियर की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन अभीतक समस्या जस की तस है।

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