सदर अस्पताल की एसएनसीयू यूनिट में 1270 नवजातों का इलाज

सदर अस्पताल की एसएनसीयू यूनिट में 1270 नवजातों का इलाज

वार्ड से डिस्चार्ज बच्चों का 42 दिनों तक फॉलोअप जरूरी
एसएनसीयू वार्ड में उपलब्ध हैं सभी चिकित्सकीय सुविधा
छपरा। हमारे संवाददाता
छपरा सदर अस्पताल कैंपस स्थित एसएनसीयू नवजात बच्चों के लिए जीवनदान साबित हो रहा है। जानकारी हो कि यहां नवजात का नि:शुल्क इलाज सरकारी खर्च पर किया जा रहा है। यही वजह है कि 1270से अधिक नवजात का इलाज एक साल के अंदर एसएनसीयू यूनिट में किया गया। निजी अस्पतालों में एक दिन का इलाज का 4 से 5 हजार रुपए बच्चों के इलाज पर खर्च करना पड़ता है । सरकार ने जिले में नवजात बच्चों की मृत्यु दर को कम करने की दिशा में सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू यूनिट की स्थापना की है । जानकारी हो कि गंभीर रूप से बीमार बच्चों को विशेष सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था की गयी है। इसका मुख्य उद्देश्य जिले में शिशु म़ृत्यु दर को कम करना है। सदर अस्पताल के एसएनसी स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट से डिस्चार्ज बच्चों का 42 दिनों तक फॉलोअप किया जा रहा है। न्यू बॉर्न केयर यूनिट एसएनसीयू से भी डिस्चार्ज होने वाले बच्चों की डेढ़ माह तक तक निगरानी जरूरी है। उस क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता की मदद से ऐसे बच्चों को निगरानी की जा रही है।
वार्ड में उपलब्ध है बेहतर व्यवस्था
डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया नवजात शिशुओं के इलाज के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध है। जरूरी मशीनें सुविधाएं यहाँ के एसएनसीयू में उपलब्ध है। इस वजह से आसपास के जिले से भी बच्चों को यहाँ भेज जाता है। इसके अलावा नवजात शिशुओं को सभी प्रकार की दवाइयां भी यहां उपलब्ध कराई जाती है। उसमें से कुछ दवाएं महंगी भी होती हैं जो नि:शुल्क प्रदान करायी जाती है। अस्पताल से छूटते समय नवजात के माताओं को पोषण की जानकारी, साफ सफाई की जरूरतें इत्यादि की भी जानकारी दी जाती है।
नवजातों में होने वाली जटिलताओं की पहचान
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा नवजातों में होने वाली स्वास्थ्य जटिलताओं की पहचान कर उन्हें बचाया जा सकता है। इस दिशा में गृह आधारित नवजात देखभाल कार्यक्रम के तहत आशा घर-घर जाकर परिवार के लोगों को नवजात में होने वाली स्वास्थ्य जटिलताओं की जानकारी दे रही है। साथ ही जन्म के समय 1800 ग्राम या उससे कम वजन के नवजात व 34 सप्ताह से पूर्व जन्म लिए नवजातों को बेहतर देखभाल प्रदान करने के उद्देश्य से सभी जिला अस्पतालों में सिक न्यू बोर्न यूनिट एसएनसीयू की स्थापना की गयी है। इससे नवजातों को नया जीवनदान मिल रहा है। एसएनसीयू में डॉ रवि शंकर सिंह, डॉ चंदेश्वर प्रसाद सिंह के अलावा डॉ संदीप कुमार यादव प्रतिनियुक्त किए गए हैं।
कोट
एसएनसीयू में रेडिएंट वार्मर मशीन फोटोथेरेपी के अलावा कई मेडिकल उपकरण लगे हुए हैं। इसमें जो बच्चे जन्म के समय रोते नहीं हैं, समय से पहले जन्म लेने मिर्गी तथा सांस लेने में जिन बच्चों को तकलीफ होती है वैसे जीरो से 28 दिन के बच्चे को रखा जाता है
डॉ रविशंकर सिंह
शिशु रोग विशेषज्ञ
यूनिट इंचार्ज सदर अस्पताल छपरा
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