संपूर्ण मानवता के उन्नायक थे बाबा साहेब

मधेपुरा। बीएन मंडल विवि अंतर्गत टीपी कॉलेज के राजकीय कल्याण छात्रावास में डॉ. आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर सिडिकेट सदस्य डॉ. जवाहर पासवान ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने काफी विपरित परिस्थितियों के बीच देश-दुनियां में एक सर्वोच्च मुकाम हासिल किया।

उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि आजादी के 73 वर्षों बाद भी हम संविधान की मूल भावना को आत्मसात नहीं कर पाए हैं। इसी कारण हम आज भी बदहाल है। आज भी वंचितों को उनका हक-अधिकार व मान-सम्मान नहीं मिला है। इसमें हमारी अपनी कमी है। जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने केवल दलितों के नेता नहीं थे, बल्कि वे संपूर्ण मानवता के उन्नायक थे। उन्होंने जीवनभर संघर्ष कर हम सबों के लिए सामाजिक न्याय की रोशनी जलाई। डॉ. आंबेडकर के विचारों एवं कार्यों को आगे बढ़ाना होगा। डॉ. अंबेडकर ने शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो का संदेश दिया है। हम शिक्षित होंगे, तभी हम अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों को जान सकेंगे। इसलिए हमें शिक्षा प्राप्ति के लिए तन, मन एवं धन से जुट जाना चाहिए। इस अवसर पर डॉ. सुभाष पासवान, डॉ. राजकुमार रजक, राजेश कुमार, दिनेश ॠषिदेव, शोधार्थी सारंग तनय, सौरभ कुमार चौहान, मंजू सोरेन, राजहंस राज उर्फ मुन्ना, दीपक कुमार, अर्जुन कुमार, विकास कुमार, सुमन कुमार, प्रकाश कुमार, प्रभास कुमार, शशि कुमार कुमार, अमरेंद्र कुमार उरांव, आशीष कुमार, संदीप कुमार, सचिन , पिटू कुमार, दीपक कुमार, कुंदन कुमार, चंदन कुमार, अर्जुन कुमार, अजय कुमार, रितेश राज आदि उपस्थित थे।

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