राजपुर बमकांड का मुख्य आरोपित महताब आलम गिरफ्तार

रक्सौल। सीमा से सटे नेपाल के राजपुर फरहदवा में चर्चित बम कांड में मुख्य आरोपित नेपाली कांग्रेस के सांसद मो. आफताब आलम के अनुज मो. महताब को नेपाल पुलिस ने दस साल बाद गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। इसकी जानकरीं नेपाल के रौतहट जिला एसपी शिद्धविक्रम शाह ने पत्रकारों की दी। बताया की करीब दस वर्ष पूर्व संविधान सभा के चुनाव के दौरान उक्त राजपुर नगरपालिका वार्ड नंबर 4 में स्थित पूर्व मंत्री नेपाली कांग्रस के नेता शेख इद्रीस के निर्जन स्थल पर स्थित गोठ में चुनाव से महज दो दिन पूर्व बम बनाने के दौरान विस्फोट हुआ। जिसमें भारत और नेपाल के रौतहट जिला के सरूआठ गांव निवासी पिटू उर्फ त्रिलोकिप्रताप सिंह राजपूत सहित एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे। एसपी श्री शाह ने बताया कि साक्ष्य छुपाने के लिए करीब चार घायलों को ट्रेक्टर पर लोड कर जैसे तैसे ईंट भट्टा के में जल दिया था। इसके साथ बम विस्फोट में क्षतिग्रस्त भवन को रातोंरात रंग रोगन कराने लगा था। इसकी सूचना मिलते ही मानवाधिकार और मीडियाकर्मी इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया था। पुलिस वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान के दौरान सामूहिक हत्या का उछ्वेदन किया। पुलिस ने साक्ष्य मिलते ही सांसद आफताब को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ किया। इसके अलावे इटभट्टा मजदूरों, स्थानीय लोगों से अलग-अलग पूछताछ किया। जिसमें करीब आधा दर्जन लोगों के घायलों को जलाने की बात लोगों ने स्वीकार किया। इस पर बूथ कब्जा करने अंतरराष्ट्रीय अपराधिक गिरोह सदस्यों को संरक्षण देने और सांठगांठ रखने का आरोप है। सीमावर्ती भारतीय अपराधियों के कनेक्शन है। इसके अलावे अवैध हथियारों का आपूर्ति का आरोप है। प्रदेश पुलिस कार्यालय प्रवक्ता सह सूचना अधिकारी पुलिस उपरीक्षक कृष्ण प्रसाद परसाई ने बताया कि पुलिस सामूहिक हत्या के आरोपित को काफी दिनों से तलाश कर रही थी। रक्सौल अनुमंडल के मोतिहारी और सीतामढ़ी जिले में छूपकर रहता था। जिस पर नेपाल पुलिस की पैनी नजर थी। भारत-नेपाल उच्चाधिकारियों के हाई लेवल बैठक में सामूहिक हत्या के आरोपित अपराधियों के संरक्षण देने वाले उक्त आरोपित के संबंध में जानकरीं दी जाती रही है। दोनों देशों के बीच प्रत्यारोपण संधि नहीं होने से समस्या थी। नेपाल पुलिस को सूचना मिली थी। सीमावर्ती बौधिमाई नगरपालिका के वार्ड 7 बड़की बंकूल एरिया से मोतिहारी पुलिस के सहयोग से नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल कोरोना संक्रमण का जांच यानी स्वाब टेस्ट किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां अलग-अलग पूछताछ करेंगी। इसके उपरांत न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा।


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