उदाकिशुनगंज के मंजौरा में तीन साल बाद भी नहीं बना थाना

मधेपुरा। पूर्णिया और मधेपुरा जिले की सीमा पर अपराध पर रोक लगाने के उद्देश्य से पुलिस पदाधिकारी ने उदाकिशुनगंज के मंजौरा पंचायत (बाजार) में थाना स्थापित करने के लिए तीन साल पहले प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा था। यह प्रस्ताव उस समय छातापुर के भाजपा विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू के विधानसभा में उठाए गए सवाल पर भेजा गया था। उस समय विधायक विधानसभा में मंजौरा में थाना खोले जाने का प्रस्ताव रखा था। प्रस्ताव सरकार ने मान ली। विधायक द्वारा उठाए गए सवाल पर राज्य सरकार ने जांच कर प्रस्ताव मांगा था। जहां स्थानीय पुलिस प्रशासन ने जांच कर रिपोर्ट समर्पित कर दी। प्रस्ताव मार्च 2017 में ही भेजा गया। बताया गया कि उस तत्कालीन डीएम ने थाना खोले जाने का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेज दिया है। उस समय उम्मीद जताया गया कि राज्य सरकार से थाना स्थापना किए जाने की जल्द मंजूरी मिल जाएगी, लेकिन अब तक मंजौरा में थाना नहीं बन पाया। प्रस्ताव में सीमावर्ती क्षेत्र होने, अपराधी गतिविधियों और पांच साल के आपराधिक इतिहास का उल्लेख किया गया है। इन पंचायतों को किया गया था शामिल प्रस्तावित थाना के अधीन उदाकिशुनगंज के मंजौरा, बीडी रणपाल, जौतेली, बिहारीगंज के लक्ष्मीपुर लालचंद, पुरैनी के वंशगोपाल पंचायत शामिल की गई थी।


बड़ी आबादी को होगा फायदा मंजौरा में थाना खुलने से आसपास के गांव के बडी आबादी को फायदा होगा। इससे लोगों की परेशानी कम होगी। वहीं किसान व व्यवसायी की परेशानी कम होगी। क्षेत्र में बडे पैमाने पर किसान नगदी खेती किया करते हैं।
मंजौरा में है पुलिस कैंप उदाकिशुनगंज प्रखंड और बिहारीगंज थाना क्षेत्राधीन मंजौरा बाजार में 1989 से पुलिस कैंप स्थापित है, जहां अपराध नियंत्रण के लिए एक पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल हमेशा रह रहे हैं।
कोट मंजौरा में थाना खोले जाने का प्रस्ताव का मामला कहां पर अटका हुआ है। पूरी जानकारी लेने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। सतीश कुमार, एसडीपीओ,
उदाकिशुनगंज
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