इसे ऑस्ट्रेलिया की बदकिस्मती कहेंगे या टीम इंडिया के लिए इतिहास रचने का सुनहरा मौका?

इस सवाल के दरअसल तीन जवाब हो सकते हैं. अगर आप टीम इंडिया के फैन हैं तो आपको ये सुनहरा मौका लगेगा। अगर आप ऑस्ट्रेलिया के फैन हैं तो आपको ये बदकिस्मती लगेगी. लेकिन अगर आप खालिस क्रिकेट के शौकीन हैं तो आप मायूस हो सकते हैं. पहले आपको वो खबर बताते हैं- दरअसल ऑस्ट्रेलिया की टीम में एक के बाद एक कई खिलाड़ी अनफिट हैं. डेविड वॉर्नर और सीन एबॉट तो पहले ही टीम से बाहर हो चुके थे. पूर्व कप्तान और भरोसेमंद बल्लेबाज स्टीव स्मिथ भी पूरी तरह फिट नहीं हैं. इसके अलावा भी कंगारुओं की करीब आधी टीम किसी न किसी परेशानी का सामना कर रही है. यानी एडिलेड टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए मैदान में उतरने वाले खिलाड़ियों में से कुछ खिलाड़ी ऐसे होंगे जो सौ फीसदी फिट शायद ही हों. लेकिन अब कंगारुओं के पास इसके अलावा कोई विकल्प भी नहीं है.

जानिए किस खिलाड़ी को है क्या परेशानी
डेविड वॉर्नर और सीन एबॉट का जिक्र हम पहले ही कर चुके हैं. डेविड वॉर्नर जांघ की तकलीफ और सीन एबॉट काफ इंजरी की वजह से बाहर हुए थे. इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी की कमान संभालने वाले मिचेल स्टार्क भी पूरी तरह फिट नहीं हैं. उनकी पसलियों और कमर में तकलीफ है. उनके जोड़ीदार जोश हेजलवुड भी कमर की तकलीफ से जूझ रहे हैं. ऑलराउंडर मॉसेस हेनरिक्स की हैमस्ट्रिंग में तकलीफ है. कैमरून ग्रीन भी 'कनकशन' की चपेट में थे. ये सभी खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में शामिल हैं. इससे पहले लिमिटेड ओवर सीरीज के दौरान भी कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी चोटिल हो गए थे.
जीत के साथ शुरुआत का सुनहरा मौका
एडिलेड के मैदान में 2018 में भारत ने जीत हासिल की थी। भारत ने वो मैच 31 रन से जीता था। इसी जीत की बदौलत टीम इंडिया को सीरीज जीतकर इतिहास रचने का मौका मिला था. टी-20 और वनडे सीरीज का नतीजा बराबरी पर रहा है. वनडे सीरीज कंगारुओं के खाते में गई और टी-20 सीरीज भारत के खाते में. इसके बाद अब टेस्ट सीरीज पर सभी की निगाहें हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से भी ये सीरीज काफी अहम है. ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की प्वाइंट टेबल में पहली पायदान पर है. जबकि भारत दूसरे नंबर पर। भारतीय टीम ने पहले टेस्ट मैच के लिए टीम का ऐलान भी कर दिया है. विराट कोहली इस टेस्ट मैच के बाद निजी कारण से भारत वापस लौट आएंगे। अगर भारतीय टीम अपनी साख, काबिलियत और अनुभव के आधार पर प्रदर्शन करने में कामयाब रही तो निश्चित तौर पर कंगारुओं की चोट उन्हें फायदा पहुंचाएगी.

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