शहाबुद्दीन से लोहा लेने वाले सीवान के चंदा बाबू नहीं रहे, कई दिनों से तबीयत थी खराब

सीवान के पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन से लोहा लेने वाले चंदा बाबू अब नहीं रहे। मौत का कारण हार्टअटैक आना बताया जा रहा है। बुधवार की रात अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया। इधर मौत की खबर सुनने के बाद किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि चंदा बाबू जिंदगी की जंग इतनी आसानी से हार जाएंगे। शोक संतप्त परिवार को ढ़ाढस बंधाने के लिए गणमान्य लोगों का उनके घर पहुंचने का देर रात तक सिलसिला जारी है।

पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के सामने कभी घुटने न टेकने वाले शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी चंदा बाबू का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा। दो बेटों को तेजाब से नहलाकर मार देने की घटना के बाद भी जुल्म ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। कुछ समय बाद तीसरे बेटे राजीव रोशन की भी निर्दयता से हत्या कर दी गई। इसके बावजूद चंदा बाबू का संघर्ष का सफर जारी रहा। आखिरकार अपने बेटों की हत्या के आरोपित बाहुबली सांसद मो शहाबुद्दीन को तिहाड़ भेजकर ही उन्होंने दम लिया। अपने बेटों के लिए न्याय की इस लड़ाई में उनकी पत्नी भी कभी मौत के सामने झुकी नहीं। कुछ महीने पूर्व पत्नी की मौत के बाद चंदा बाबू अकेले हो गए थे और बुधवार को अचानक जिंदगी से जंग हार गए।

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