जनता की आजादी के मामले में 111वें नंबर पर भारत, जानिए- चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश का क्या है हाल

पिछले कुछ सालों में आपने देखा होगा कि भारत में जनता की आजादी को लेकर बहस जारी है. कई संगठन, पार्टियों और एक बड़े वर्ग को कहना है कि कुछ सालों से जनता की आजादी छीन ली गई है और लोकतंत्र पर असर पड़ा है. कई बार भारत में लोगों की आजादी की तुलना दुनिया के अन्य देशों से भी गई है. इसी बीच, एक ग्लोबल रैकिंग सामने आई है, जिसमें अलग-अलग देशों के लोगों की फ्रीडम के आधार पर रैंक जारी की गई है. इस रैंकिंग में भारत का 111वां स्थान है. ऐसे में जानते हैं कि भारत के हालात अन्य देशों के मुकाबले कैसे हैं…

क्या है ये रैंकिंग?
दरअसल, कनाडा के Fraser Institute और अमेरिका के Cato Institute ने मिलकर Human Freedom Index जारी किया है. इसमें 162 देशों को उनकी जनता को मिल रही आजादी के आधार पर रैंक दी गई है. इस रैंकिंग में साल 2008 से लेकर 2018 तक का डेटा इस्तेमाल किया गया है और उसके बाद यह रैंकिंग जारी की गई है. रैंकिंग जनता की आजादी, व्यक्तिगत, सिविल और इकोनॉमिक फ्रीडम के आधार पर तैयार की गई है. बताया गया है कि इसमें करीब 76 मुद्दों को ध्यान में रखते हुए रैंकिंग जारी हुई है.
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भारत किस स्थान पर?
अगर भारत की बात करें तो हिंदुस्तान को 111वीं रैंक मिली है. इसमें पर्सनल फ्रीडम के मामले में भारत 166 देशों में 110 वें स्थान पर है, जबकि इकोनॉमिक फ्रीडम के मामले में 105वें स्थान पर है. अगर भारत का स्कोर देखें तो इंडिया को 10 में से 6.43 पॉइंट मिले हैं. इस रिपोर्ट के हिसाब से देखा जाए तो जनता की आजादी के मामले में भारत से 110 देश आगे हैं और ये हालात तब है जब भारत को सबसे मजबूत लोकतांत्रिक देश कहा जाता है.
पड़ोसी देशों का क्या है हाल?
वहीं, अगर भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो इस रैंकिंग में चीन 129वें स्थान पर है जबकि बांग्लादेश 139वें और पाकिस्तान 140वें स्थान पर है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत की आवाम को बांग्लादेश, पाकिस्तान और चीन के मुकाबले ज्यादा आजादी मिल रही है.
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सबसे ऊपर कौन-कौन से देश?
रिपोर्ट के अनुसार, माना जा सकता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा न्यूजीलैंड के लोगों को आजादी हासिल है. इस रैंकिंग में न्यूजीलैंड 8.87 पॉइंट्स के साथ सबसे आगे है. वहीं, दूसरे स्थान पर स्विट्जरलैंड, तीसरे स्थान पर हॉन्ग-कॉन्ग, चौथे स्थान पर डेनमार्क, पांचवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है.
किन देशों में सबसे खराब हालात?
वहीं, जिन देशों में सबसे ज्यादा खराब हालात है, उन देशों की बात करें तो 162वें स्थान पर सीरिया का नाम है. वहीं, 161 वें स्थान पर सूडान, 160वें स्थान पर वेनेजुएला, 159वें स्थान पर यमन और 158वें स्थान पर ईरान का नाम है. रैंकिग के आधार पर इन पांच देशों में जनता को सबसे कम आजादी है.

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