कमिंस ने टेस्ट में डोनाल्ड का रिकॉर्ड किया ध्वस्त, दिल्ली कैपिटल्स के दिग्गज पेसर के क्लब में हुए शामिल

शनिवार को एडिलेड टेस्ट मैच के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पेट कमिंस ने टीम इंडिया के चार बल्लेबाजों का शिकार कर मेहमान टीम को टेस्ट क्रिकेट इतिहास के सबसे कम स्कोर पर समेटने में अहम भूमिका निभाई. कमिंस के अलावा कंगारू पेसर जोश हैज़लवुड ने 5 भारतीय बल्लेबाजों को वापस पवेलियन भेजा, जिससे भारतीय टीम की पारी महज 36 रन (9 विकेट पर पारी घोषित) के स्कोर सिमट गई. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय टीम का यह सबसे न्यूनतम स्कोर है.

कमिंस टेस्ट में सबसे तेज 150 विकेट पूरे करने वाले विश्व के तीसरे पेसर बने
वहीं, मेजबान टीम के दिग्गज पेसर कमिंस ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज एलेन डोनाल्ड का रिकॉर्ड तोड़ते हुए प्रोटियाज टीम के ही स्पीडस्टर कगिसो रबाडा की बराबरी कर ली. कमिंस ने टेस्ट में 150 विकेट पूरे करने के मामले में 31 टेस्ट मैच खेले हैं, जहां उन्होंने डोनाल्ड (33 टेस्ट मैच) को पीछे छोड़ दिया है. कमिंस ने रबाडा (31 टेस्ट मैच) की बराबरी कर ली है. हालांकि, उन्होंने ए रोबर्ट्स (33 टेस्ट मैच) को भी पीछे छोड़ते हुए डेनिस लिली (31 टेस्ट मैच) की भी बराबरी की.
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 150 विकेट पूरे करने वाले पेसर्स (मैच के हिसाब से) :
27 - वक़ार युनुस 29 - इयान बोथम, डेल स्टेन 31 - डेनिस लिली/ कगिसो रबाडा/ पेट कमिंस* 33 - ए रोबर्ट्स/ एलेन डोनाल्ड
गौरतलब है कि रबाडा आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हैं, जबकि कमिंस कोलकाता नाइट राइडर्स का प्रतिनिधित्व करते हैं.
भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पृथ्वी शॉ को शायद ही मौका मिल पाएगा। एडिलेड में खेल गए डे-नाइट मैच की दोनों पारियों में उन्होंने बहुत निराशाजनक प्रदर्शन किया है। फिलहाल, उनका क्रिकेट के मैदान पर समय काफी बुरा चल रहा है, क्योंकि उनके बल्ले से रन नहीं बन रहे हैं। शॉ पहली पारी में दूसरी गेंद पर और दूसरी पारी में सिर्फ चार गेंद खेल कर आउट हो गए थे।
इससे पहले प्रैक्टिस मैच में भी पृथ्वी शॉ से ओपनिंग कराई गई थी, वहां पर भी वह कोई कमाल नहीं दिखा पाए थे। लगातार उन्हें इतने मौके देने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। भारतीय युवा खिलाड़ी शुभमन गिल और विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं, जो उनसे ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
जहीर खान ने कहा, ''मेरा मानना है कि अगर आप रन बनाते हैं तो आपके पक्ष में चीजें होती हैं। बुरा तब लगता है, जब आप आउट होते रहते हैं। यह उतना ही मुश्किल हो जाता है, जब दूसरे को आपकी कमजोरी पता चल जाती है। ऐसा ही इंटरनेशनल क्रिकेट होता है। हर कोई आपका आकलन करने बैठा है, आपकी कमजोरी पता करता है और आक्रमण करता है। यही पृथ्‍वी शॉ के साथ इस पल हो रहा है।''
पृथ्वी शॉ की खराब फॉर्म पर पूर्व भारतीय गेंदबाज ने आगे कहा, ''गेंदबाजों को विकेट से मदद मिल रही है। उपमहाद्वीप की स्थितियों में आपके पास खुद को वहां की परिस्थिति में ढालने के लिए काफी समय मिलता है। आपको यहां गति से चुनौती मिलेगी, जिसका सामना आगे आकर करना है। मैं पूरी तरह सहमत हूं कि पृथ्‍वी शॉ अगले मैच में बाहर बैठेगा। मेरा मतलब है कि शेष मैचों में शायद ही वह प्‍लेइंग इलेवन में अपनी जगह बरकरार रख पाएगा।''
शनिवार को एडिलेड टेस्ट मैच के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से पराजित करते हुए डे-नाईट मुकाबलों में अपने जीत के सिलसिले को जारी रखा. भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में महज 36 (9 विकेट पर पारी घोषित) रन ही बना सकी.
टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में यह सबसे न्यूनतम स्कोर है, जबकि ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध दूसरा सबसे छोटा टोटल है. इससे पहले टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में लॉर्ड्स टेस्ट में 42 रनों पर ऑल आउट हो गई थी. वहीं, 1947 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को ब्रिसबेन टेस्ट में 58 रनों पर ऑल आउट किया था.
इतना ही नहीं क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप के इतिहास में ओवरऑल टीम इंडिया का यह 8वां सबसे कम स्कोर है, जबकि संयुक्त रूप से 10वां. टेस्ट इतिहास का सबसे न्यूनतम स्कोर न्यूजीलैंड के नाम है, जिन्हें 1955 में इंग्लैंड ने ऑकलैंड टेस्ट में 26 रनों पर ढेर किया था.
एडिलेड टेस्ट में ऑल आउट होने के साथ ही विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक और शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. भारत के लिए शर्मनाक स्थिति यह रही कि कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा तक छू नहीं सका. ऐसा केवल टेस्ट क्रिकेट में दूसरी बार हुआ है, जबकि 1924 में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा किया था. इस दौरान दक्षिण अफ्रीकी टीम 30 रनों के स्कोर पर ही ढेर हो गई थी. भारतीय टीम 36 पर ढेर हुई और मयंक अग्रवाल ने 9 रन उच्चम स्कोरर के तौर पर बनाए.
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एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया ने शनिवार को क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप के इतिहास में अपना सबसे न्यूनतम स्कोर बनाया. ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सीरीज के पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय टीम महज 36 रन (9 विकेट पर पारी घोषित) के स्कोर पर ही ढेर हो गई. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पारी के अंत में बल्लेबाजी करने उतरे मोहम्मद शमी को तेज गेंदबाज पेट कमिंस की गेंद पर चोट लगने के बाद पारी घोषित कर दी.
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय टीम का यह सबसे न्यूनतम स्कोर है. इससे पहले टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में लॉर्ड्स टेस्ट में 42 रनों पर ऑल आउट हो गई थी. इसके अलावा भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट हिस्ट्री में एक और शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.
भारत ने पहली बार किसी भी टेस्ट मैच की एक पारी में शुरुआती 6 विकेट 19 रनों पर गंवाए हैं. इससे पहले 1996 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन टेस्ट में भारतीय टीम को 25 रन पर 6 झटके लगे थे. यानी 21वीं शताब्दी में टीम इंडिया ने पहली बार इस शर्मनाक रिकॉर्ड का स्वाद चखा है.
टेस्ट में 6ठा विकेट गिरने के बाद टीम इंडिया के टॉप-4 न्यूनतम स्कोर इस प्रकार हैं :
19/6 बनाम ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड, 2020 में* 25/6 बनाम दक्षिण अफ्रीका, डरबन, 1996 में 27/6 बनाम न्यूजीलैंड, हैदराबाद, 1969 में 28/6 बनाम इंग्लैंड, लॉर्ड्स, 1974 में
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शनिवार को एडिलेड टेस्ट के तीसरे दिन टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सीरीज के पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय टीम महज 36 रन (9 विकेट पर पारी घोषित) के स्कोर पर ही ढेर हो गई. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पारी के अंत में बल्लेबाजी करने उतरे मोहम्मद शमी को तेज गेंदबाज पेट कमिंस की गेंद पर चोट लगने के बाद पारी समाप्ति की घोषणा कर दी.
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय टीम का यह सबसे न्यूनतम स्कोर है, जबकि ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध दूसरा सबसे छोटा टोटल है. इससे पहले टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में लॉर्ड्स टेस्ट में 42 रनों पर ऑल आउट हो गई थी. वहीं, 1947 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को ब्रिसबेन टेस्ट में 58 रनों पर ऑल आउट किया था.
क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप के इतिहास में ओवरऑल टीम इंडिया का यह 8वां सबसे कम स्कोर है, जबकि संयुक्त रूप से 10वां. टेस्ट इतिहास का सबसे न्यूनतम स्कोर न्यूजीलैंड के नाम है, जिन्हें 1955 में इंग्लैंड ने ऑकलैंड टेस्ट में 26 रनों पर ढेर किया था.
टेस्ट क्रिकेट इतिहास में टीम इंडिया के सबसे कम स्कोर :
36/9 बनाम ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड, 2020 में* 42 बनाम इंग्लैंड, लॉर्ड्स, 1974 में 58 बनाम ऑस्ट्रेलिया, ब्रिसबेन, 1947 में 58 बनाम इंग्लैंड, मैचेस्टर, 1952 में 66 बनाम दक्षिण अफ्रीका, डरबन, 1996 में 67 बनाम ऑस्ट्रेलिया, मेलबर्न, 1948 में

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