इस दिग्गज क्रिकेटर ने टीम इंडिया के फ्लॉप बल्लेबाज के समर्थन में कही बड़ी बात

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट ने खराब फॉर्म में जूझ रहे युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को मौका दिया था। उन्होंने इस डे-नाइट मुकाबले की दोनों पारियों में शर्मनाक प्रदर्शन किया था। शॉ पहले टेस्ट की पहली पारी में शून्य पर आउट हुए, जबकि वह दूसरी पारी में मात्र चार रन बनाकर पेवलियन लौट गए थे। 21 साल के बल्लेबाज की गलत तकनीक को लेकर कई क्रिकेट दिग्गजों ने जमकर आलोचना की थी। ऐसे में, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज क्रिकेटर माइकल हसी ने पृथ्वी शॉ का समर्थन किया है।

माइकल हसी ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, ''मेरा मानना है कि पृथ्वी शॉ पर चयनकर्ताओं को कुछ विश्वास दिखाना चाहिए। हां, उन्होंने पिछले टेस्ट में रन नहीं बनाए थे, लेकिन उन्हें मेलबर्न टेस्ट में मौका देना चाहिए, क्योंकि यह पिच गेंदबाजों को मदद देगी और इसपर बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल है।''
उन्होंने आगे कहा, ''जो बर्न्स का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 7 से कम का औसत था। ऐसे में, उनपर विश्वास चयनकर्ताओं ने जताया। एडिलेड की पहली पारी में वह जल्दी आउट हो गए थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने अपनी फॉर्म को वापस हासिल किया।''
हसी ने शॉ के लिए कहा, ''मुझे लगता है कि भारतीय टीम को शॉ पर भरोसा फिर से करना चाहिए। इतना ही नहीं, अगर वह दूसरे टेस्ट में भी फ्लॉप होते हैं तब भी मैनजमेंट को उनपर विश्वास दिखाना चाहिए। वह एक शानदार टैलेंट है।''
माइकल हसी ने अंत में कहा, ''इससे एक खास संदेश टीम के बाकी खिलाड़ियों में भी जाएगा। चाहे आपका टेस्ट मैच में खराब प्रदर्शन क्यों ना हो जाए, लेकिन हमारा भरोसा हमेशा आप पर बना रहेगा। हम जानते हैं कि आप एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं और हम आपका सपोर्ट करते हैं। मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं को उसपर अपना भरोसा बनाए रखना चाहिए यह जानते हुए कि उनका टेस्ट में फॉर्म अच्छा नहीं चल रहा है।''
पाकिस्तान ने मंगलवार को नेपियर में खेले गए तीन मुकाबलों की टी20 सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से पराजित कर 2-1 से सीरीज में साख बचाई. इससे पहले कीवी टीम ने दोनों मुकाबले जीतकर सीरीज को अपने नाम कर लिया था.
मैच रहा रोमांचक
ब्लैककैप्स टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर्स में 7 विकेट के नुकसान पर 173 रन बनाए थे, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने 2 गेंद शेष रहते 6 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया. न्यूजीलैंड के लिए कॉनवे (63) ने सबसे ज्यादा रन बनाए. वहीं, पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिज़वान ने 89 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली.
मोहम्मद हफीज ने तोड़ा केएल राहुल का रिकॉर्ड
पाकिस्तानी टीम के 40 साल के धाकड़ बल्लेबाज मोहम्मद हफीज़ ने कीवी टीम के खिलाफ 41 रनों की पारी खेली. साथ ही वे इस साल टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 400 रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए. उन्होंने केएल राहुल (404 रन) को भी पीछे छोड़ दिया है. मोहम्मद हफीज इस साल टी20 अंतर्राष्ट्रीय में सबसे ज्यादा रन बनाए वाले बल्लेबाज भी हैं. उन्होंने 2020 में 415 रन बनाए हैं.
हैमिलटन टी20 में खेली थी ऐतिहासिक पारी
टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिला, जब कोई बल्लेबाज 99* रन पर नाबाद रहा और उसकी टीम को हार का सामना करना पड़ा. 40 साल के हफीज ने गत रविवार को न्यूजीलैंड के विरुद्ध 57 गेंदों में 99* रन की पारी खेली, जिसमें दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 10 चौके और 5 छक्के जमाए. उनकी इस पारी की बदौलत मेहमानों ने कीवी टीम के खिलाफ निर्धारित 20 ओवर्स में 6 विकेट के नुकसान पर 163 रन बनाए, लेकिन विकेटकीपर बल्लेबाज टिम सीफर्ट (84*) और कप्तान केन विलियमसन (57*) ने शानदार अर्धशतक जड़ अपनी टीम को एकतरफा जीत दिलाई. हैमिलटन में खेले गए तीन मुकाबलों की टी20 सीरीज के दूसरे मैच में पाकिस्तान को 8 विकेट से पराजित कर सीरीज में 2-0 की अजय बढ़त बनाई थी.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि उन्हें भारतीय गेंदबाज ने, जब पहली बार आउट किया था तब उनका अपनी तकनीक से ही भरोसा उठ गया था।
बता दें कि भारत के खिलाफ 2001 में खेली गई यह सीरीज रिकी पोंटिंग के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थी। ऑस्ट्रेलिया को भारतीय टीम ने इस सीरीज में करारी शिकस्त दी थी। वहीं, दूसरी तरफ पोंटिंग ने इस सीरीज में पांच पारियों में 3.4 के औसत से केवल 17 रन बनाए थे। इसी मामले पर अब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
46 साल के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने अश्विन के यू-ट्यूब शो 'डीआरएस विद ऐश' में कहा, ''निश्चित रूप से हरभजन सिंह इनमें से एक गेंदबाज हैं। मेरी उनके साथ मैदान पर कई अविश्वसनीय बैटल्स हुई हैं और ज्यादातर में वह मुझे से बेहतर साबित हुए। खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट में। मुझे लगता है कि टेस्ट मैच क्रिकेट में उसने मुझे सबसे ज्यादा बार आउट किया है।''
रिकी पोंटिंग ने आगे कहा, ''मैं बल्लेबाजी करने के लिए जब भी आता था तब जल्दी आउट हो जाता था। उसके बाद मैं यही सोचता था कि मैंने कुछ बहुत गलत नहीं किया था। हरभजन सिंह द्वारा आउट किए जाने के बाद मेरा अपनी तकनीक पर भरोसा खो चुका था इसलिए, मैं खेलने का एक अलग तरीका खोजने की कोशिश कर रहा था। मैंने अगली पारी में कुछ नया करने का सोचा तो बोल्ड हो गया। फिर अगली पारी में मैंने स्वीप लगाने का प्रयास किया तो शॉर्ट लेग पर आउट हो गया।''
गौरतलब है कि 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हरभजन सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 32 विकेट लिए थे। यह सीरीज भज्जी के लिए बहुत खास थी, क्योंकि उन्होंने टीम इंडिया की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में पहली बार हैट्रिक ली थी।
टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट मैच में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. एडिलेड के ओवल में खेले गए डे-नाईट टेस्ट मैच में कंगारुओं ने भारत को 8 विकेट से पराजित कर चार मुकाबलों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की. इस दौरान भारतीय टीम की दूसरी पारी महज 36 रनों के स्कोर पर ही ढेर हो गई थी. टेस्ट क्रिकेट इतिहास में भारत का यह सबसे न्यूनतम स्कोर था. अब सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न के एमसीजी में खेला जाएगा. इस मैच में टीम इंडिया कैसे वापसी करती है यह देखने वाली बात होगी.
बहरहाल, दोनों ही टीम्स में कई दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं, जो शानदार क्रिकेट खेलकर अपनी-अपनी टीम्स की जीत में योगदान दे सकते हैं. आज हम ऐसे ही 6 खिलाड़ियों पर नज़र डालेंगे, जिनके बीच मेलबर्न टेस्ट में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है.
1. पेट कमिंस बनाम चेतेश्वर पुजारा : एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले दाएं हाथ के तेज गेंदबाज पेट कमिंस शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. उन्होंने आखिरी डे-नाईट टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए थे. कमिंस ने 7 भारतीय बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था. वहीं, दूसरी तरफ टीम इंडिया की न्यू-वॉल कहे जाने वाले दाएं हाथ के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने पहले टेस्ट में कुछ ख़ास योगदान नहीं दिया था. उन्होंने दोनों पारियों में कुल मिलाकर 43 रन ही बनाए थे, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड दर्शाता है कि वे अपनी टीम के लिए बड़ा धमाका कर सकते हैं. एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में पुजारा को कमिंस ने ही अपना शिकार बनाया था. ऐसे में मेलबर्न टेस्ट में कमिंस और पुजारा के बीच तगड़ा घमासान देखने को मिल सकता है.
2, स्टीव स्मिथ बनाम रविचंद्रन अश्विन : ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ का टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड काफी शानदार है. वहीं, दूसरी तरफ दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी टेस्ट में आंकड़ों के मुकाबले में किसी से पीछे नहीं हैं. एडिलेड टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन ने पहली पारी के पहले ओवर में ही कंगारू धाकड़ बल्लेबाज स्टीव स्मिथ (1) को अपना शिकार बनाया था. दाएं हाथ के स्पिनर ने पहले ही ओवर में उनको स्लिप में अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच करवाया था. इसके बाद स्मिथ ने अश्विन को वर्ल्ड क्लास गेंदबाज बताते हुए, इस गेंद की भी तारीफ़ की थी. ऐसे में मेलबर्न टेस्ट में दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है.
3. जसप्रीत बुमराह बनाम टिम पेन : ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान टिम पेन ने एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में शानदार अर्धशतक जड़ अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने नाबाद रहते हुए 73* रनों की जुझारू पारी खेली थी. वहीं, टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह एडिलेड टेस्ट में महज 2 विकेट ही हासिल कर पाए थे. भारत को अपने तेज गेंदबाज पर अगले टेस्ट मैच के लिए पूरा भरोसा होगा कि वे ज्यादा से ज्यादा विकेट हासिल कर मेजबानों को बेकफुट पर धकेल सकें. ऐसे में बुमराह के ऊपर यह ज़िम्मेदारी भी होगी कि वे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को जल्दी आउट कर अपनी टीम को सफलता दिलाएं.
इसी साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को मुंबई पुलिस ने कोविड-19 नियमों का उल्लघंन करने के जुर्म में गिरफ्तार किया, जिसके बाद अब उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है। बता दें कि मुंबई के ड्रेगन फ्लाई पब में क्रिकेटर कई सितारों संग पार्टी कर रहे थे और कोई भी कोरोना के नियम का पालन नहीं कर रहे थे।
इंडिया टुडे की खबर के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा भी थे, जो अब जमानत पर रिहा हो गए हैं। इस दौरान पुलिस ने होटल के सात कर्मचारियों सहित कुल 34 लोगों को गिरफ्तार किया।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर उत्तर प्रदेश की ओर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के टूर्नामेंट में खेलते हुए नजर आएंगे। इसका आगाज अगले साल 10 जनवरी से होगा। रैना ने इसी साल पूर्व दिग्गज भारतीय कप्तान एमएस धोनी के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके अलावा उन्होंने आईपीएल का 13वां सीजन भी नहीं खेला था। रैना ने अपने इस फैसले के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया था।
सुरेश रैना के क्रिकेट करियर की बात करें तो, उन्होंने 18 टेस्ट मुकाबले खेलते हुए 786 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके नाम एक शतकीय पारी भी है। रैना ने भारत के लिए 226 वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलते हुए 5615 रन बनाए हैं और उनके नाम 5 शतक भी दर्ज हैं। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 78 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलते हुए 1604 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने एक शतक भी जड़ा है।

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